महुआडांड़ (लातेहार): झारखंड के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नेतरहाट की प्राकृतिक सुंदरता से आकर्षित पर्यटक सालों भर घूमने आते रहते हैं। नेतरहाट पर्यटक स्थल विशेष कर अपने सूर्योदय और सूर्यास्त प्वाइंट के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन बारिश के दौरान बादलों और जाड़ों में कोहरे की वजह से सूर्योदय और सूर्यास्त के समय प्राकृति के अद्भुत नजारों का लुप्त पर्यटक नहीं उठा पाते हैं, और इसी नजारे को देखने में गर्मी में आते हैं। लेकिन इस गर्मी पर्यटकों और वहां के स्थानीय ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ सकती है, क्योंकि नेतरहाट की लाइफ लाइन कही जाने वाली एकमात्र डैम जहां से पूरे क्षेत्र में पानी की आपूर्ति की जाती है। अत्यधिक गर्मी पड़ने पर पानी का स्तर बिल्कुल ही नीचे चला जाता है। ऐसे में बरसात के समय में डैम में बने आउटलेट की दीवार तीन से चार फीट टूट जाने से डैम में तीन से चार फीट पानी कम ही रह जाएगा, जो की आने वाले गर्मी के समय में जल संकट को आमंत्रण दे रहा है। वहीं इसे लेकर पेय जल विभाग की ओर से किसी भी प्रकार का सुधार कार्य नहीं किया गया है। एक ओर झारखंड सरकार जिस तरह से पर्यटक स्थल को विकसित करने में विशेष ध्यान दे रही है। इस डैम पर पर्यटकों के मनोरंजन के लिए बोटिंग की सुविधा भी इसी माह शुरू की गई है। इसके बाद भी विभागीय लापरवाही के कारण पर्यटक समेत ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। नेतरहाट पंचायत के मुखिया रामविशुन नगेसिया, पूर्व मुखिया सुधीर बृजिया, पूर्व जिला परिषद सदस्य अजय कुमार, आशुतोष कुमार समेत ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों से इस संबंध में सुधार करने की मांग की है। ज्ञात हो कि अभी भी डैम में तीन से चार फीट पानी कम भरा हुआ है, और कुछ ही दिनों में बरसात का समय समाप्त हो जाने के बाद डैम में तीन से चार फीट पानी कम रह जाने की संभावना है।