पटना: बिहार की राजधानी पटना से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। पटना जंक्शन के पास मंगलवार देर शाम दो भाई-बहन की हालत अचानक बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में दोनों द्वारा जहरीला पदार्थ सेवन किए जाने की आशंका जताई जा रही है।
सीसीटीवी में लड़खड़ाते दिखे दोनों
सूत्रों के मुताबिक दिनेश राय और उसकी बहन गोल्डी राय की तबीयत गांधी मैदान क्षेत्र के पास अचानक बिगड़ने लगी। दोनों किसी तरह वहां से निकलकर पटना जंक्शन पहुंचे, लेकिन उनकी हालत और खराब हो गई। जंक्शन पर तैनात आरपीएफ और जीआरपी जवानों ने सीसीटीवी में उनकी हालत देख तुरंत उन्हें पीएमसीएच पहुँचाया। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों की हालत अत्यंत गंभीर थी और कुछ ही देर बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।
कठिन हालातों में पला-बढ़ा था भाई-बहन
दोनों मूल रूप से गोपालगंज जिले के गोपालपुर थाना क्षेत्र के बनकट गांव के रहने वाले थे। बचपन से ही उनका जीवन संघर्षों से घिरा रहा। उनकी मां का निधन पहले हो चुका था और पिता भी बच्चों की जिम्मेदारियों से दूरी बनाए हुए थे। ऐसे में चाचा-चाची ने दोनों को अपने साथ रखकर पालन-पोषण किया, लेकिन बड़े होने पर पारिवारिक रिश्तों में तनाव बढ़ने लगा। परिजनों द्वारा जिम्मेदारी न उठाने की बात सामने आने पर दोनों को घर से बाहर जाना पड़ा।
पटना में किराए के मकान में रह रहे थे दोनों
घर छोड़े जाने के बाद दिनेश और गोल्डी कंकड़बाग इलाके में एक किराए के मकान में रहने लगे थे। बताया जा रहा है कि आर्थिक तंगी, बेरोजगारी और सामाजिक-पारिवारिक उपेक्षा ने उन्हें मानसिक रूप से बेहद कमजोर कर दिया था। इन्हीं हालातों से परेशान होकर दोनों ने यह चरम कदम उठाया होगा, ऐसी आशंका पुलिस जता रही है।
पुलिस कई एंगल से कर रही जांच
जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम मामले की गहन जांच कर रही है। पुलिस ने उनके किराए के कमरे, मोबाइल फोन और संपर्कों की जांच शुरू कर दी है ताकि यह साफ हो सके कि यह कदम पूरी तरह व्यक्तिगत तनाव का परिणाम था या किसी ने उन्हें उकसाया था। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल मामला आत्महत्या जैसा प्रतीत होता है, लेकिन अंतिम निष्कर्ष जांच पूरी होने के बाद ही सामने आएगा।
पीएमसीएच टीओपी के सामने मृतकों के पिता अवधेश राय ने अपना बयान दर्ज कराया है। इसमें उन्होंने बताया है कि दोनों बच्चे पिछले 20 वर्ष से संपर्क में नहीं थे। घटना की जानकारी उन्हें रेल पुलिस की ओर से दी गई। एक शख्स के माध्यम से उनके बेटे और बेटी को PMCH में रेल पुलिस के द्वारा एडमिट कराया गया था। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि दोनों की मौत कीटनाशक खाने से हुई है। फिलहाल पिता के बयान के आधार पर पटना जंक्शन रेल पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया है। उधर पीएमसीएच में मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद पिता और साथ आए परिजनों ने पटना में ही शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।














