श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):– श्री बंशीधर सूर्य मंदिर ट्रस्ट की ओर से आयोजित सात दिवसीय श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के पवन अवसर पर श्रीमद् भागवत कथा सुनाते हुए वृंदावनधाम से आए कथा व्यास आचार्य योगेश जी महाराज ने कहा कि भागवत कथा मनुष्य के जीवन को व्यथा को दूर करता है। मनुष्य को हमेशा सत्संग में भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए, अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है। अहंकार ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। उन्होंने कहा कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते है। भगवान श्री कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए थे। योगेश जी महाराज ने कहा कि जब – जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब – तब भगवान धरती पर अवतरित होते है। सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने के लिए महिलाओं व पुरुषों की भारी भीड़ पंडालों में लगी हुई थी। वही वृंदावन से आए ब्रज कृष्ण लीला संस्थान द्वारा रासलीला का भव्य आयोजन सायंकालीन में किया जा रहा है। जिसमे भक्त देर रात्रि तक रासलीला कार्यक्रम का आनंद उठा रहे है। मौके पर मंदिर के आचार्य सत्यनारायण मिश्र, पूर्व विधायक राज राजेन्द्र प्रताप देव,बंशीधर सूर्य मंदिर ट्रस्ट के प्रधान ट्रस्टी राजेश प्रताप देव, डॉ शशिकांत शुक्ल, डॉ गोखुल प्रसाद, प्रतिष्ठित व्यवसाई रामप्रसाद कमलापुरी, वीरेंद्र प्रसाद कमलापुरी, नंदू लाल,मनदीप कमलापुरी, सुरेश विश्वकर्मा,मिक्की जायसवाल,पिंकू पांडेय,मनीष जायसवाल समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।