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गोड्डा: गोड्डा में पूर्व विधायक प्रत्याशी और राजनीतिक रूप से सक्रिय नेता सूर्य नारायण हांसदा की पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत की जांच अब सीआईडी करेगी। भाजपा, झाविमो और जेकेएलएम जैसी पार्टियों से चार बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हांसदा की मौत के बाद मामले ने राजनीतिक और कानूनी दोनों स्तरों पर सुर्खियां बटोरी हैं।


जानकारी के अनुसार, गोड्डा पुलिस द्वारा बोआरीजोर थाना में दर्ज मुठभेड़ के केस के आधार पर सीआईडी नया मामला दर्ज करेगी। इस संबंध में पूरी एनकाउंटर रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेज दी गई है। रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से सिफारिश की गई है कि मामले की गहन जांच सीआईडी से कराई जाए, ताकि सभी तथ्यों और परिस्थितियों का खुलासा हो सके।

इसी बीच, गोड्डा पुलिस ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) को भी प्रारंभिक रिपोर्ट भेजी है। इस रिपोर्ट में पुलिस और हांसदा के बीच हुई मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम दर्ज है। पुलिस के अनुसार, घटना में हांसदा की मौके पर ही मौत हो गई थी।

हांसदा लंबे समय से राजनीति में सक्रिय थे और कई बार चुनावी मैदान में किस्मत आजमा चुके थे। उनकी अचानक हुई मौत और पुलिस मुठभेड़ का मामला अब स्थानीय स्तर से लेकर राज्य राजनीति तक चर्चा का विषय बन गया है। सीआईडी जांच से मामले की सच्चाई सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है।

गोड्डा एनकाउंटर पर अर्जुन मुंडा का आरोप

पूर्व सीएम व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा 17 अगस्त को गोड्डा जाकर सूर्या हांसदा के परिवार से मिलेंगे। उन्होंने इस मुठभेड़ को फर्जी करार देते हुए कहा कि हांसदा माफियाओं, अवैध खनन और संसाधनों की लूट के खिलाफ सक्रिय थे। मुंडा के अनुसार, उन्हें फर्जी मामले में फंसाकर पुलिस व माफियाओं की मिलीभगत से मार दिया गया। पत्नी द्वारा खराब तबीयत की सूचना देने के बावजूद गिरफ्तारी और फिर एनकाउंटर किया गया, जो गहरी साजिश का हिस्सा है।

सूर्या हांसदा की हत्या वर्दीधारियों ने की, सीबीआई या हाईकोर्ट जज से कराई जाए जांच : बाबूलाल मरांडी

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सूर्या हांसदा मामले में झारखंड सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के पुलिसकर्मी अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं, जिससे नेताओं और आम लोगों की जान को खतरा है। मरांडी के मुताबिक, सूर्या हांसदा का एनकाउंटर नहीं, बल्कि वर्दीधारी लोगों द्वारा हत्या की गई है, जिन्हें आदिवासियों की आवाज और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष से डर है। उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन से अपील की कि मामले की सीबीआई जांच कराई जाए, और यदि सरकार सीबीआई से डरती है तो हाईकोर्ट के किसी मौजूदा जज की अध्यक्षता में जांच हो, ताकि सच्चाई सामने आ सके।

डुमरी विधायक जयराम महतो की भी सीबीआई जांच की मांग

डुमरी विधायक और जेएलकेएम प्रमुख जयराम महतो ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि सूर्या पहले भाजपा में थे और 2019 में 45 हजार वोट पाए थे, इसी प्रदर्शन के आधार पर 2024 में जेएलकेएम ने उन्हें उम्मीदवार बनाया। महतो ने सवाल उठाया कि आदिवासी समाज से आने वाले नेता को अपने ही राज्य में मुठभेड़ का सामना क्यों करना पड़ा, जबकि देश की राष्ट्रपति और राज्य के मुख्यमंत्री भी आदिवासी समाज से हैं। उन्होंने कहा, यदि गिरफ्तारी के बाद मुठभेड़ हुई है तो इसकी जांच जरूरी है। परिवार के आरोपों और उठते सवालों को लेकर उन्होंने कहा कि आदिवासी राज्य में आदिवासी की एनकाउंटर के नाम पर हत्या होगी तो सवाल उठना स्वाभाविक है।