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ओड़िशा: भद्रक जिले में दो गुटों के बीच तनाव के चलते स्थिति बिगड़ गई, जिसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने 48 घंटे के लिए इंटरनेट की सेवाओं को प्रतिबंधित कर दिया है। यह बैन 30 सितंबर की रात 2 बजे तक लागू रहेगा।

दरअसल शुक्रवार की शाम यहां सोशल मीडिया पर पोस्ट के चलते विवाद हो गया था। घटना की शुरुआत तब हुई, जब एक शख्स द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई सामग्री को कट्टरपंथी मुस्लिमों ने आपत्तिजनक बताया। इसके बाद कट्टरपंथियों ने रैली आयोजित की और भीड़ इकट्ठी की। उन्होंने नारेबाजी करते हुए सड़क को जाम कर दिया और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भद्रक के DIG सत्यजीत नाइक ने बताया कि 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इलाके में BNSS की धारा 163 लगा दी गई है।

कचेरी बाजार-पुरुनाबाजार को जोड़ने वाले संथिया पुल पर हिंसक प्रदर्शन देखते ही देखते बढ़ गया। इसके अलावा, कई इलाकों में तनाव और अफवाहें फैलने लगीं। इस बीच, इलाके में दो समुदाय के बीच बनी तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए 10 प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।

वहीं पूरे घटनाक्रम को लेकर पूर्वी रेंज के डीआईजी सत्यजीत नाइक ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और घटना में कथित रूप से शामिल लोगों की पहचान कर ली गई है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है और दोषियों की पहचान कर ली गई है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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