जमशेदपुर : सीतारामडेरा थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज खबर सामने आ रही है जहां परिजनों का आरोप है कि छेड़खानी और अवैध संबंध बनाने की शिकायत थाना और एसएसपी से शिकायत करने के बावजूद कार्यवाही नहीं होने पर बस्ती की ही नाबालिग गौरी मुखी ने शुक्रवार की सुबह आत्महत्या कर ली है। जिसके खिलाफ क्रोधित परिजनों और बस्ती वासियों ने शव के साथ सड़क जाम कर दिया है जिससे सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई है। पुलिस रोड जाम खाली कराने में लग गई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गौरी का शव घर पर फंदे से लटका पाया गया। गौरी टिनप्लेट कॉलेज की छात्रा है।
मृतका के परिजनों का आरोप है कि थाना का जीप चालक रॉकी गुरुवार की शाम पहुंचा था और गौरी के साथ अवैध संबंध बनाने का दबाव डाल रहा था विरोध करने पर गौरी सहित परिजनों के साथ मारपीट भी की थी। जिसके कारण गौरी ने आत्महत्या कर ली है।
वहीं दूसरी ओर परिजनों का यह भी आरोप है कि पिछले 23 मई को प्रताप मुखी दुकान पर आया था। जब गौरी मुखी काम कर रही थी। उसके साथ उसने छेड़खानी की। घटना के समय परिजनों ने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई। फिर दोबारा शाम को प्रताप अपने पिता बाबू मुखी और जीप चालक रॉकी को लेकर पहुंचा इस दौरान भी गौरी मुखी के साथ मारपीट की गई।
परिजनों का यह भी आरोप है कि इस आशय की शिकायत करने सीतारामडेरा थाने गए। जहां से उन्हें खदेड़ दिया गया। आरोपी रॉकी सीतारामडेरा थाना का चालक है प्रताप के पक्ष में स्थानीय निवासी बिंदिया मुखी भी है। सभी शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाल रहे थे।
पिता गोगो रविदास ने बताया कि 18 जुलाई को उनकी पत्नी पूनम मुखी को पुलिस ने जबरदस्ती ब्राउन शुगर बेचने के आरोप में जेल भेज दिया। जबकि उसके पास से ब्राउन शुगर नही बरामद किया गया था।
परिजनों के मुताबिक थाना के द्वारा सुनवाई नहीं होने पर अंत में कोर्ट के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज करवाई गई।गुरुवार को ही गौरी का बयान कोर्ट में दर्ज किया गया था।
परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि बस्ती में कई लोग है जो ब्राउन शुगर का कारोबार करते है पर पुलिस उन्हें नहीं पकड़ती है।