गुमला:-नागपुरी जगत के महान कलाकार गायक सह लेखक राम उचित सिंह निधन हो गया जिसमे गुमला का नही बल्कि पूरे नागपुरी जगत को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा श्रीमान ने अनेक गीत संगीत के साथ नागपुरी भासा के साथ साथ झारखंड के कला संस्कृति को विश्व में स्थापित किया था! झारखण्ड वार्ता की पूरी टीम की और से विनम्र श्रद्धांजलि!
उनकी रचना आज भी कॉलेज में पढ़ाया जाता है संगीत के जगत में वह एक असाधारण छाती प्राप्त व्यक्ति थे जिनके जाने से संगीत के जगत में शोक की लहर दौड़ गई है आज हम उनके कमी को एहसास कर रहे हैं जहां भी झारखंड की संस्कृति की बात होती थी उनके रचना को याद किया जाएगा वह जाकर भी कालजई अमर हो गए हैं!
झारखंड संस्कृति के साहित्य में उनका नाम और गार्नियर लिखा जाएगा जितना भी बोले उनके बारे में काम ही पड़ेगा वह अनेक रचनाओं के आधार पर झारखंड संस्कृति को नया आयाम की ओर अग्रसर कर रहे थे विश्व में झारखंड की गीत संस्कृत को नया आयाम मिलने का आधार यही थे!