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Delhi Blast: आटा चक्की में अमोनियम नाइट्रेट पीसता था डॉ. मुजम्मिल, आतंकियों की विस्फोटक फैक्ट्री का बड़ा राज बेनकाब

On: November 21, 2025 10:12 AM
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Delhi Blast: दिल्ली के लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर को i20 कार में हुए भीषण धमाके के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) लगातार जांच तेज कर रही है। इस सिलसिले में एजेंसी ने बुधवार देर रात फरीदाबाद के धौज इलाके से एक टैक्सी ड्राइवर को हिरासत में लिया, जिसके घर से कई संदिग्ध सामान मिले हैं।

आटा चक्की का अमोनियम नाइट्रेट को बारीक पाउडर बनाने में होता था इस्तेमाल

जानकारी के अनुसार, टैक्सी ड्राइवर के मकान से आटा चक्की मशीन और कुछ इलेक्ट्रिकल उपकरण बरामद हुए हैं। जांच में सामने आया है कि आतंकी डॉ. मुजम्मिल अमोनियम नाइट्रेट को बेहद महीन रूप देने के लिए इसी आटा चक्की का उपयोग करता था।

पहले अमोनियम नाइट्रेट को आटा चक्की में पीसा जाता था। फिर इलेक्ट्रॉनिक मशीनों से उसे रिफाइन किया जाता था। उसके बाद विशेष केमिकल मिलाकर विस्फोटक तैयार किया जाता था। डॉ. उमर भी इस तैयारी में सक्रिय भूमिका निभाता था। डॉ. मुजम्मिल से पूछताछ में मिले इन इनपुट्स के आधार पर NIA ने टैक्सी ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।

धौज के सीमेंट गोदाम में मिला था बड़ा जखीरा

कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर पुलिस व फरीदाबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में धौज में स्थित एक सीमेंट गोदाम के ऊपर बने कमरे से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, हथियार, टाइमर, वायरिंग किट और एक संदिग्ध सूटकेस बरामद किया गया था।

इसके बाद जांच आगे बढ़ी तो फरीदाबाद के विभिन्न ठिकानों से 2,563 किलो अतिरिक्त अमोनियम नाइट्रेट भी पकड़ा गया, जिसे कई स्थानीय डीलरों से खरीदकर अलग-अलग जगह छिपाया गया था।

सफेदपोश मॉड्यूल का पर्दाफाश

जांच एजेंसियों के अनुसार, पूरा नेटवर्क उच्च शिक्षित व्यक्तियों का ‘व्हाइट-कॉलर मॉड्यूल’ था, जिसमें डॉक्टर, तकनीकी जानकार और पेशेवर लोग शामिल थे। ये लोग रसायन शास्त्र, इलेक्ट्रिक सर्किट और विस्फोटक बनाने की तकनीक में निपुण थे और बड़े पैमाने पर विस्फोटक तैयार करने में सक्षम थे।

लालकिला मेट्रो धमाके का लिंक साफ

फोरेंसिक टीमों ने पुष्टि की है कि 10 नवंबर को लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास कार में हुए धमाके में भी अमोनियम नाइट्रेट आधारित विस्फोटक का उपयोग हुआ था। धमाका इतना शक्तिशाली था कि कार के परखच्चे उड़ गए। आसपास के कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और 15 लोगों की मौत हो गई।

कार के मलबे में अमोनियम नाइट्रेट के अवशेष मिलने के बाद NIA ने सप्लाई चेन की तहकीकात शुरू की, जिसके तार सीधे धौज, फरीदाबाद और डॉक्टरों के इस नेटवर्क से जुड़े पाए गए।

कई और गिरफ्तारी की संभावना

NIA को शक है कि इस मॉड्यूल के कुछ सदस्य अब भी फरार हैं और दिल्ली–एनसीआर में सक्रिय हो सकते हैं। एजेंसी आने वाले दिनों में कुछ और लोगों की धरपकड़ और सप्लाई चैन की पूरी रूपरेखा सामने ला सकती है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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