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Delhi Blast: ED का बड़ा एक्शन, अल-फलाह ग्रुप के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी अरेस्ट

On: November 18, 2025 11:00 PM
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Delhi Blast: दिल्ली में हुए हालिया बम ब्लास्ट के बाद चर्चा में आए अल-फलाह ग्रुप की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए समूह के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 की धारा 19 के तहत की गई है।

ईडी ने बताया कि गिरफ्तारी उन तलाशी अभियानों के बाद की गई है, जो हाल ही में अल-फलाह ग्रुप से जुड़े कई परिसरों पर चलाए गए थे। इन छापेमारियों के दौरान मिले दस्तावेज़ों, डिजिटल रिकॉर्ड और अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्यों का विश्लेषण करने पर एजेंसी को आर्थिक अनियमितताओं का बड़ा नेटवर्क मिलने की आशंका हुई।

दो FIR के आधार पर शुरू हुई थी जांच

अल-फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद के खिलाफ दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने दो अलग-अलग FIR दर्ज की थीं। इनमें आरोप लगाया गया था कि विश्वविद्यालय ने NAAC मान्यता होने का झूठा दावा किया, UGC Act, 1956 की धारा 12(B) के तहत मान्यता प्राप्त होने की गलत जानकारी दी, छात्रों और उनके अभिभावकों को गुमराह कर भारी आर्थिक लाभ कमाया।

UGC ने भी स्पष्ट किया कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी केवल धारा 2(f) के अंतर्गत एक स्टेट प्राइवेट यूनिवर्सिटी के रूप में सूचीबद्ध है और उसने 12(B) मान्यता के लिए कभी आवेदन ही नहीं किया। ऐसे में विश्वविद्यालय का यह दावा न सिर्फ भ्रामक बल्कि स्पष्ट धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है।

ईडी को शक है कि फर्जी मान्यता का हवाला देकर भारी संख्या में छात्रों का दाखिला कराया गया, उनसे मोटी फीस वसूली गई और इन पैसों को कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इधर-उधर घुमाया गया।

जांच में मिले डिजिटल डाटा और लेन-देन रिकॉर्ड इस बात की ओर इशारा करते हैं कि समूह से जुड़े कई लोग इस आर्थिक गड़बड़ी के केंद्र में हो सकते हैं। ईडी अब इस बात की जांच कर रहा है कि कितनी राशि अवैध तरीके से जुटाई गई और पैसे कहाँ-कहाँ भेजे गए।

अब अदालत में पेश होंगे चेयरमैन

ईडी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा, जहां एजेंसी उनकी कस्टडी रिमांड की मांग कर सकती है। साथ ही यह भी जांच होगी कि इस फर्जी मान्यता सिंडिकेट में और कौन शामिल था, कितने वर्षों से यह खेल चल रहा था और कितने छात्रों को इसका शिकार बनाया गया।

अल-फलाह ग्रुप पर केंद्रित यह कार्रवाई आने वाले दिनों में और बड़े खुलासों की ओर संकेत दे रही है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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