---Advertisement---

Delhi Blast: आतंकियों की एक और कार की तलाश! लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट में विस्फोटक होने की आशंका

On: November 12, 2025 5:21 PM
---Advertisement---

Delhi Blast: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुए धमाके की जांच कर रही नेशनल इंवेस्टिगेटिव एजेंसी (NIA) और दिल्ली पुलिस को कई बड़े सुराग मिले हैं। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को लाल रंग की फोर्ड ईकोस्पोर्ट कार की तलाश के लिए अलर्ट जारी किया। शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि संदिग्धों के पास हुंडई i20 के अलावा एक और कार भी थी, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर DL10CK0458 है और यह रिपोर्ट के अनुसार डॉ. उमर उन नबी के नाम पर दर्ज है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस कार में भी विस्फोटक सामग्री होने की आशंका है, इसलिए दिल्ली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और हरियाणा पुलिस को भी सर्च अलर्ट जारी किया गया है।

क्या-क्या मिल रहा है जांच में

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, संदिग्ध मॉड्यूल के पास कुल मिलाकर कई प्रकार की सामग्री और कब्ज़ा किए गए वाहनों के साक्ष्य मिले हैं। प्रारंभिक पूछताछ और फोरेंसिक जांच जारी है।

हाल के मीडिया रपटों में यह जानकारी भी सामने आई है कि आतंकी मॉड्यूल के पास लगभग 200 आईईडी (IEDs) होने का अनुमान है और इनके ज़रिये 26/11 जैसी बड़ी साजिश रची जा रही थी।

संभावित निशानों में दिल्ली के ऐतिहासिक और भीड़-भाड़ वाले स्थल- लाल किला, इंडिया गेट, कॉन्स्टिट्यूशन क्लब और गौरी शंकर मंदिर के साथ-साथ देश भर के बड़े रेलवे स्टेशन और मॉल भी बताए जा रहे हैं। गुरुग्राम और फरीदाबाद को भी लक्षित स्थानों में शामिल बताया गया है।

किसे संदिग्ध माना जा रहा है और उद्देश्य

जांच एजेंसियों के शुरुआती निष्कर्षों और सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि यह साजिश जनवरी से चल रही थी। जिन मॉड्यूलों और संदिग्धों की पहचान की जा रही है, उनके संबंध पाकिस्तान स्थित संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जोड़े जा रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि साजिश का मकसद धार्मिक स्थलों पर हमले करके देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना था। सूत्रों के मुताबिक कुछ स्थानीय संपर्कों में कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और अनंतनाग के कुछ डॉक्टरों के नाम भी उलेखित हैं, ताकि संदिग्ध बिना शक के कहीं भी जा सकें, यह भी जांच का हिस्सा बताया गया है।

सुरक्षा चौकानी बढ़ी, पुलिस और एजेंसियां सतर्क

दिल्ली, उत्तर प्रदेश व हरियाणा पुलिस ने मिलकर हाई अलर्ट जारी कर कार्रवाई तेज कर दी हैं। प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर विशेष सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

रेलवे और मॉल प्रबंधन को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं; विशेषकर पैदलमार्ग, पार्किंग क्षेत्रों और बैगेज चेकिंग पर जोर दिया जा रहा है।

केंद्र और राज्य की खुफिया एजेंसियाँ सहयोग कर रही हैं और फोरेंसिक टीम, सीसीटीवी फुटेज जांच दल, तथा यातायात व पासपोर्ट रिकॉर्डों का मिलान तेज किया गया है।

संदिग्धों के संभावित नेटवर्क और पूछताछ

जांचकर्ताओं का ध्यान अब यह पता लगाने पर है कि यह मॉड्यूल कैसे सक्रिय हुआ, फंडिंग के स्रोत कहां से थे, और किसी स्थानीय सहायक तंत्र (लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्ट, छिपने की जगह) का कितना उपयोग किया गया। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या यह योजना देश के बाहर से निर्देशित थी या स्थानीय नेटवर्क ने ही इसे अंजाम देना चाहा।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

Join WhatsApp

Join Now