उत्तरप्रदेश: एसटीएफ की मेरठ टीम ने शामली के झिंझाना क्षेत्र में सोमवार के रात करीब 2:30 बजे के आसपास मुस्तफा कग्गा गैंग के बदमाशों की घेराबंदी की। इस दौरान आमने-सामने की फायरिंग में चार बदमाश मुठभेड़ में ढेर हो गए, जबकि एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार को कई गोलियां लगी। सुनील कुमार को फिलहाल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसटीएफ ने जानकारी देते हुए बताया कि 20 और 21 जनवरी की मध्य रात्रि में मुस्तफा कग्गा गैंग का सदस्य अरशद, जो जिला सहारनपुर का रहने वाला था। वो अपने तीन अन्य साथियों मंजीत, सतीश और एक अज्ञात साथी के साथ शामली इलाके में आया था। उसकी मूवमेंट की जानकारी मिलने के बाद एसटीएफ मेरठ की टीम ने घेराबंदी की थी और उन सभी को सरेंडर करने के लिए कहा गया। लेकिन बदमाशों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें चारों बदमाश ढेर हो गए। अरशद के खिलाफ लूट, डकैती व हत्या के एक दर्जन मामले दर्ज हैं। इंस्पेक्टर सुनील को पहले करनाल के अमृतधारा अस्पताल में ले जाया गया, जहां से उन्हें डाक्टरों ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर कर दिया। बड़ी मुठभेड़ की सूचना के बाद आला अफसर मौके पर पहुंच गए। बदमाशों के पास से देसी कार्बाइन समेत काफी मात्रा में हथियार बरामद किये गए हैं।