गढ़वा: झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर आर केवीएस संस्थान, सोनपुरवा, गढ़वा में चार दिवसीय विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला का शुभारंभ हुआ, जो 11 नवम्बर से 14 नवम्बर 2025 तक चलेगा। इस अवसर पर झारखंड के राज्य गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने पर संस्थान में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए संस्थान के निदेशक एवं प्रसिद्ध शिक्षाविद् अलखनाथ पांडेय ने कहा कि युवा शक्ति देश और समाज की रीड होती है और युवा हिट देश को और समाज को नए शिखर पर ले जाते हैं इतना ही नहीं समाज को बेहतर बनाने और राष्ट्र के निर्माण में सर्वाधिक योगदान ऑन का ही होता है यानी यह कहा जाए की युवा जैसा चाहेंगे देश वैसा बनेगा निबन्ध न केवल एक कला है बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक उपचार की तरह कार्य करती है। उन्होंने बताया कि रचनात्मकता को बढ़ाती है और सकारात्मक सोच को प्रोत्साहित करती है।

श्री पांडेय ने कहा व्यक्ति जैसा सोचता है, वही उसकी कल्पना बन जाती है, और जब वह सोच को रंगों के माध्यम से कैनवास पर उतारता है, तो यह उसकी आत्मा की अभिव्यक्ति होती है। मनुष्य के भीतर छिपी संवेदनाओं को उजागर करने का सबसे सुंदर माध्यम है।”
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चंद्रदीप पांडेय ने छात्रों द्वारा प्रस्तुत प्रस्तुत की गई निबंध प्रतियोगिता का अवलोकन किया और उनकी रचनात्मक प्रतिभा की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं छात्रों में न केवल आत्मविश्वास बढ़ाती हैं, बल्कि सामाजिक समरसता और भावनात्मक बुद्धिमत्ता को भी विकसित करती हैं। महाविद्यालय के प्राध्यापक सतीश तिवारी ने छात्रों के को निबंध प्रतियोगिता में निबंध लिखने की शैली निबंध लिखने की तारतम्यता और अपने निबंध को कैसे प्रभावशाली बनाया जाए इसके बारे में विस्तार से बताया
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण डॉ. आशुतोष मिश्रा, राजन चौबे, रितेश कुमार, रंजना कुमारी, बिना तिवारी, आनंद मिश्रा और प्रवीण दुबे ने छात्रों की कलाकृतियों का बारीकी से अवलोकन किया और उनकी प्रशंसा की।
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं में अभिषेक कुमार मिश्रा, राहुल कुमार, श्वेता कुमारी, पूजा पासवान, रेणु कुमारी, रीवा कुमारी, ब्यूटी कुमारी, रेणु कुमारी, डीएलएड संध्या कुमारी, फातिमा आनंद, आफरीन परवीन, जूही कुमारी, निधि कुमारी, कश्मीरा खातून, साक्षी दुबे, रेखा कुमारी, शैल कुमारी, पूजा कुमारी, रानी कुजूर हंसु आदि छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाषण भाग लिया। प्रतिभाशाली प्रतिभागियों ने अपनी कलाकृतियों के माध्यम से झारखंड की संस्कृति, परंपरा, प्राकृतिक सौंदर्य और विकास यात्रा को कैनवास पर जीवंत किया।
कार्यक्रम के अंत में निर्णायकों ने सभी प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी और विजेताओं को आगामी समापन समारोह में सम्मानित किए जाने की घोषणा की।
संस्थान के शिक्षकों और छात्रों ने एक स्वर में कहा कि झारखंड की 25वीं वर्षगांठ के इस ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित यह प्रतियोगिता न केवल कला के प्रति प्रेम जगाती है, बल्कि अपने राज्य और संस्कृति के प्रति गर्व की भावना को भी सशक्त करती है।














