2 सितंबर को पूरे झारखंड में किसान दिवस का आयोजन, सभी जिला मुख्यालय पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी देगी धरना
उन्होंने कहा कि राज्य बने 24 साल से अधिक समय बीत रहा हैं लेकिन अब तक ना तो नियोजन नीति और ना ही विस्थापन नीति बनाई गई। भू माफिया राजस्व विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर भूमि घोटाला कर रहे हैं जबकि भूमि अधिग्रहण के नाम पर धांधली हो रही है। नौकरी विभिन्न कंपनियां के द्वारा दिया जा रहा है उसमें वेतन भी कम मिल रहा है।
बड़कागांव, केरेडारी में पांच कोल खदान आवंटित किए गए हैं जिसमें तीन कोल खदान से कोयला का उत्खनन भी हो रहा है। एनटीपीसी जैसी कंपनी भी प्राइवेट कंपनी से काम करवा रही है वहीं चंद्रगुप्त कोल माइंस से सीसीएल कोयला का उत्खनन कर रही है वहां भी निजी कंपनी का बोलबाला है जो ग्रामीणों के हक को मार रहे हैं।
श्री मेहता ने कहा की हजारीबाग जिला में 20 हजार एकड़ से अधिक गैर मजुरवा जमीन भू माफिया अंचल की मदद से अवैध बंदोबस्ति कर करोड़पति और अरबपति हो गए हैं जबकि दूसरी तरफ कई वर्षों से जोत -आबाद कर रहे किसानों के रसीद 2016 से काटने पर रोक लगा दी गई है।
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