गढ़वा: जिले के मझिआंव अंचल अधिकारी (सीओ) प्रमोद कुमार एक गंभीर विवाद में घिर गए हैं। उनकी पत्नी ने उनके खिलाफ मझिआंव थाना में लिखित शिकायत दी है, जिसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। एसडीपीओ नीरज कुमार ने एफआईआर की पुष्टि की है।
पत्नी द्वारा दी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सीओ प्रमोद कुमार शादी के बाद लगातार दहेज के रूप में 50 लाख रुपये लाने का दबाव बना रहे थे। साथ ही उन्होंने सीओ पर कई महिलाओं से अवैध संबंध रखने का भी गंभीर आरोप लगाया है।
आपत्तिजनक अवस्था में पकड़े जाने का दावा
शिकायत के अनुसार 1 नवंबर 2025 को पत्नी को सूचना मिली कि एक युवती मझिआंव के सरकारी आवास में सीओ के साथ रह रही है। सूचना मिलने पर वह अपने रिश्तेदारों के साथ मौके पर पहुंचीं। आरोप है कि उन्होंने कमरे में अपने पति और युवती को आपत्तिजनक स्थिति में देखा। इसके बाद कमरे को बाहर से बंद कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम पहुंची और युवती को हिरासत में लेकर महिला थाना ले गई। बताया जा रहा है कि पकड़ी गई युवती लातेहार जिला के चंदवा थाना क्षेत्र की है और आर्केस्ट्रा में कार्य करती है।
दहेज, मारपीट और भ्रष्टाचार के आरोप
पत्नी ने आरोप लगाया कि जब भी वह पति के साथ रहने की कोशिश करती हैं, तो वह उन्हें मारपीट कर भगा देते हैं और पिता से 50 लाख रुपये लाने का दवाब डालते हैं। शादी के समय मिले 100 ग्राम सोने के गहने भी पति ने अपने पास रख लिए हैं और लौटाने से इनकार कर रहे हैं।
इसके साथ ही सीओ पर शराब पीने और भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का भी आरोप लगाया गया है। पत्नी ने कहा कि बिना घूस लिए वह आम जनता का कोई काम नहीं करते।
सरकार ने लिया संज्ञान, सीओ निलंबित
मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है। कार्मिक प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग ने अधिसूचना जारी कर प्रमोद कुमार को झारखंड सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली 2016 के नियम 9(1)(क) के तहत तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
मझिआंव अंचल के सीओ प्रमोद कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज, सरकार ने किया सस्पेंड













