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पटना बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में बक्सर के पास लगी आग, मची अफरा तफरी, यात्रियों की ऐसे बची जान!

On: December 19, 2024 6:06 AM
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बक्सर : पटना बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में बिहार के बक्सर के टुड़ीगंज स्टेशन के पास आग लगने की खबर से हड़कंप मच गया। डिब्बे में आज पहले रेलवे स्टेशन पर कर्मचारियों ने देखी उसके बाद ट्रेन के पायलट को सूचित किया। ट्रेन के पायलट ने ट्रेन को डुमराव स्टेशन पर रोक दिया। आज जनरल डब्बे में लगी हुई थी। स्टेशन मास्टर ने रेलवे कंट्रोल रूम, GRP और फायर ब्रिगेड को दी, जिन्होंने मौके पर आकर कोच में लगी आग को बुझाया। इसके बाद रेलवे कर्मियों ने जली हुई बोगी को अलग करके ट्रेन को मुंबई के लिए रवाना किया। हादसा बुधवार रात करीब 1 बजे के आसपास की है।

इस दौरान स्टेशन पर करीब 3 घंटे रुकी रही। रेल मंत्रालय ने हादसे की रिपोर्ट तलब की है। बताया जा रहा है कि करीब 3 घंटे तक ट्रेन की हर बोगी खंगाली गई, ताकि आग लगने का सुराग मिल सके।

रेलवे कर्मियों की तत्परता से बची जानें

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। 13 सदस्यों वाली फायर ब्रिगेड टीम ने बचाव अभियान चलाया। पुलिस जवानों ने रेस्क्यू टीमों के साथ मिलकर सवारियों को बोगियों को नीचे उतारा। इसके बाद उनके सामान की चैकिंग की गई। एक-एक बोगी को तलाश गया, ताकि आग लगने के कारण पत चल सके। घटनाक्रम के दौरान यात्रियों में दहशत फैली रही, लेकिन रेलवे कर्मचारी और पुलिस जवान उन्हें संभालते दिखे।

ट्रेन के जिस कोच में आग लगी थी, उसे रेलवे के इंजीनियरों ने काटकर अलग किया। इसके बाद ट्रेन को बांद्रा भेजा गया। इस दौरान 3 घंटे तक रेलवे कर्मियों और पुलिस में अफरा तफरी मची रही। रेलवे अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। रेलवे कर्मियों की तत्परता से आग लगने से समय रहने पता चल गया। अगर आग लगी रहती और ट्रेन दौड़ती रहती तो 500 से ज्यादा यात्रियों की जान को खतरा था, हादसा हो सकता था।

फायर ब्रिगेड अधिकारी विनोद कुमार ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि आग ट्रेन के LLB कोच के पहिए और एक्सल के बीच भड़की थी। इसे बुझाने के लिए पानी का इस्तेमाल नहीं किया, क्योंकि चक्का और कूलेंट जाम हो सकता था। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने एक्सटिंग्विशर सिलेंडर इस्तेमाल करके बेहद सूझबूझ के साथ आग बुझाई।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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