मिनियापोलिस: बुधवार को अमेरिका के मिनियापोलिस स्थित एक स्कूल में अंधाधुंध गोलीबारी की घटना ने सभी को दहला दिया। इस वारदात में 2 बच्चों की मौत हो गई जबकि 14 अन्य छात्र और तीन बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, घायलों की उम्र 6 से 15 साल के बीच है और अधिकांश की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
फायरिंग करने वाले आरोपी की पहचान रॉबिन वेस्टमैन के रूप में हुई है, जिसने इस खौफनाक घटना को अंजाम देने के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
हथियारों पर लिखे नफरत भरे संदेश
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि हमलावर के हथियारों और मैगजीन पर कई विवादित और उकसाने वाले संदेश लिखे थे। इनमें “न्यूक इंडिया”, “माशा अल्लाह”, “किल डोनाल्ड ट्रंप”, “इज़राइल का पतन होना चाहिए” और “बच्चों के लिए” जैसे शब्द शामिल थे।

रिपोर्ट्स के अनुसार, फायरिंग से कुछ घंटे पहले वेस्टमैन ने सोशल मीडिया पर कई वीडियो जारी किए थे। एक वीडियो में वह अपनी मैगजीन पर लिखे संदेश दिखाते हुए नज़र आया, जिसमें यहूदी-विरोधी और ट्रंप-विरोधी बातें दर्ज थीं।
हथियारों का जखीरा और पुराने हमले का जिक्र
हमलावर द्वारा साझा किए गए दूसरे वीडियो में राइफलों और शॉटगन का जखीरा दिखाई देता है। वहीं, एक वीडियो में उसने एडम लैंजा का भी जिक्र किया। लैंजा वही शख्स था जिसने दिसंबर 2012 में कनेक्टिकट के सैंडी हुक एलिमेंट्री स्कूल में गोलीबारी कर 20 मासूम बच्चों और 6 वयस्कों की जान ली थी।
वेस्टमैन द्वारा लैंजा का नाम लेने और हथियारों पर नफरत भरे संदेश लिखे होने के बाद जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह घटना किसी अकेले मानसिक विकार का नतीजा है या इसके पीछे कोई संगठित साजिश, इसकी जांच की जा रही है।
फिलहाल, मिनियापोलिस पुलिस ने इलाके को सील कर दिया है और पीड़ितों के परिजनों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही है।