गढ़वा: निलाम्बर पीताम्बर बहुद्देशीय सांस्कृतिक भवन, टाउन हॉल, गढ़वा में झारखंड शिक्षा परियोजना, गढ़वा एवं कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग अंतर्गत गव्य प्रक्षेत्र के तत्वावधान में आज मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त शेखर जमुआर ने की। इस अवसर पर उपायुक्त श्री जमुआर का स्वागत पौधा देकर एवं स्कूली छात्राओं द्वारा स्वागत गीत गाकर किया गया तथा उपायुक्त समेत मंचासीन अन्य पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
सम्मेलन में उपायुक्त श्री जमुआर ने शिक्षा के क्षेत्र में मुखिया की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा, कि शिक्षा का समुचित विकास तभी संभव है जब समाज के प्रत्येक वर्ग, विशेषकर स्थानीय नेतृत्व की इसमें सक्रिय भागीदारी हो। मुखिया, ग्राम स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और समुदाय को शिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि आम जनों से जुड़ी कई समस्याओं का निराकरण पंचायत स्तर पर किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि पंचायत को सशक्त बनाने की दिशा में कई बुनियादी सुविधाओं को बहाल किया गया है। पंचायत लेवल पर प्रज्ञा केंद्र, इंटरनेट की सुविधा, पंचायत भवनों के सुदृढ़ीकरण, मुखिया एंपावरमेंट इत्यादि के क्षेत्र में कई कार्य किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मुखिया को पंचायत लेवल के पदाधिकारियों, कर्मियों, एनजीओ समेत अन्य संबंधितों के साथ बैठक कर समन्वय स्थापित करते हुए आम जनों से जुड़ी समस्याओं का निराकरण करने का कार्य करना चाहिए। पेयजल, शौचालय, सिंचाई, साफ-सफाई, कृषि उन्नयन, पशुधन विकास, आवास, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य इत्यादि की समस्याओं को दूर करने में मुखियाओं की अहम भूमिका हो सकती है।
उन्होंने उपस्थित सभी मुखियाओं से अपने-अपने जिम्मेदारी के अनुरूप कार्य करने की बात कही। मौके पर उपस्थित जिले के विभिन्न पंचायत के मुखियाओं द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में व्याप्त समस्याओं से उपायुक्त को अवगत कराया गया, जिस पर उपायुक्त श्री जमुआर द्वारा समस्याओं के निराकरण हेतु आवश्यक व महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गयें। इस सम्मेलन का आयोजन मुखिया को शिक्षा संबंधी सभी योजनाओं को स्कूल स्तर पर लागू करने में सहयोग करने के उद्देश्य से किया गया था। उपायुक्त शेखर जमुआर ने सभी मुखिया को सभी पंचायत में कैंप लगाकर आधार कार्ड से संबंधित कार्य कराएं। अपार आईडी के बारे में जानकारी दिया और प्रत्येक माह की 28 तारीख को सभी शिक्षा संबंधी योजनाओं की समीक्षा को लेकर ग्राम सभा का आयोजन किया जाए। महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि महिला मुखिया की भागेदारी शत प्रतिशत हो।
मौके पर उपस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक एवं मुख्य अतिथियों ने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, स्कूलों में नामांकन बढ़ाने तथा समुदाय को जागरूक करने के विभिन्न पहलुओं पर अपने-अपने विचार साझा किए। सम्मेलन में उपस्थित सभी पदाधिकारियों और शिक्षा से जुड़े प्रतिनिधियों ने संकल्प लिया कि वे मिलकर झारखंड के शिक्षा स्तर को और सशक्त बनाएंगे।
मौके पर उपायुक्त सह अध्यक्ष झारखंड शिक्षा परियोजना, गढ़वा के द्वारा उन मुखियाओं को शॉल एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में शिक्षा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी कैसर राजा द्वार शिक्षा के सभी इंडिकेटर को बताया गया। इस दौरान पिरामल फाउंडेशन ने समृद्धि के अंतर्गत प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप और सावित्री फुले किशोरी समृद्धि योजना की जानकारी दी। सम्मेलन का आयोजन करने में पिरामल फाउंडेशन ने भी सहयोग किया। इस दौरान मुखिया के कार्य की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित किया गया। मुखियाओं को सम्बोधित करते हुए जिला गव्य विकास पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि गव्य विभाग के अंतर्गत चलाए जा रहे हैं विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन, अभिसरण एवं अनुश्रवण आदि के कार्य में मुखिया की अहम भूमिका होती है।
गव्य प्रक्षेत्र की योजनाओं के अंतर्गत लाभुकों के चयन की प्रक्रिया पंचायत स्तर पर ग्राम सभा का आयोजन करने के उपरांत होता है। उन्होंने गव्य विकास की ओर से चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं के संचालन एवं कार्यान्वयन तथा मुखियाओं की भूमिका के बारे में बताया। साथ ही अपनी-अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए कृषकों, पशुपालकों के आय बढ़ाने में सहायक होने की बात कही।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में अनुमंडल पदाधिकारी, गढ़वा संजय कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, कैसर रज़ा, जिला शिक्षा अधीक्षक सह जिला अपर कार्यक्रम पदाधिकारी, अनुराग मिंज, गव्य विकास पदाधिकारी, गिरीश कुमार, जिले के विभिन्न पंचायतों के मुखियागण सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
इस अवसर पर झारखंड शिक्षा परियोजना, गढ़वा के कई अधिकारी एवं कर्मी भी उपस्थित रहे, जिनमें अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अलका लकड़ा, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार, रमन कुमार सिंह, सहायक पंकज कुमार पाण्डेय ,दिलीप द्विवेदी, फील्ड मैनेजर नीरज कुमार गिरी शामिल थें। इसके अलावा जिले के विभिन्न प्रखंडों से प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, बीआरपी, सीआरपी आदि ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सम्मेलन का मंच संचालन प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, रंका के संतोष दुबे द्वारा किया गया।