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राजनांदगांव में नक्सली मुठभेड़: हॉक फोर्स के इंस्पेक्टर आशीष शर्मा शहीद, इलाके में तलाशी अभियान जारी

On: November 19, 2025 5:50 PM
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राजनांदगांव: मध्यप्रदेश की सीमा से लगे छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के बोरतालाब- कनघुर्रा जंगल में मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच घमासान मुठभेड़ हो गई। इस दौरान बालाघाट में पदस्थ हाॅकफोर्स के निरीक्षक (इंस्पेक्टर) आशीष शर्मा गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल डोंगरगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके शरीर में चार गोलियां लगी थीं। आईजी अभिषेक शांडिल्य ने उनके बलिदान की पुष्टि की है।


जंगल में संयुक्त सर्च ऑपरेशन

इनपुट मिले थे कि एमएमसी (महाराष्ट्र–मध्यप्रदेश–छत्तीसगढ़) जोन के माओवादी सीमावर्ती इलाके में सक्रिय हैं। इसी सूचना के आधार पर तीनों राज्यों की पुलिस और विशेष बलों द्वारा संयुक्त सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। रात करीब दो से चार बजे के बीच कनघुर्रा के घने जंगल में सुरक्षा बलों ने माओवादियों को घेर लिया। जवाब में माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें निरीक्षक आशीष शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए।

सुबह अस्पताल लाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका

घटना के बाद साथी जवानों द्वारा तत्काल रेस्क्यू करते हुए उन्हें सुबह सात से आठ बजे के बीच डोंगरगढ़ अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके शहीद होने की जानकारी मिलते ही इलाके में सर्च ऑपरेशन और तेज कर दिया गया है। घने जंगल को चारों ओर से घेरकर माओवादियों को पकड़ने के लिए कॉम्बिंग बढ़ा दी गई है।

आशीष शर्मा की वीरता को सलाम

शहीद आशीष शर्मा मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के निवासी थे। उन्होंने वर्ष 2016 में विशेष सशस्त्र बल में प्रवेश किया और 2018 में हॉक फोर्स से जुड़े। निरीक्षक आशीष शर्मा उन बहादुर अफसरों में से थे, जिन्होंने 14 जून 2025 को बालाघाट के कटेझिरिया जंगल में तीन महिला माओवादी समेत चार नक्सलियों को ढेर करने वाले बड़े ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस सफलता और उनकी बहादुरी को देखते हुए हाल ही में उन्हें क्रम से पूर्व पदोन्नति भी दी गई थी। आशीष शर्मा को कर्तव्य के दौरान अदम्य साहस और असाधारण बहादुरी के लिए भारत सरकार द्वारा दो बार वीरता पदक से सम्मानित किया गया था।

वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद

मुठभेड़ के बाद तीनों राज्यों के आईजी और एसपी मौके पर पहुंच चुके हैं। जंगल में सर्च ऑपरेशन जारी है और माओवादियों की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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