सुरज वर्मा
केतार (गढ़वा) :– अबुआ आवास झारखंड सरकार की महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी योजना में से एक है। जिसमें आवास विहीन लोगों को झारखंड सरकार घर के लिए दो लाख रुपया अनुदान दे रही है। इस योजना में पक्का तीन कमरा, शौचालय और रसोई घर बनाना है। लेकिन इस योजना को धरातल पर उतरने में कई प्रकार की परेशानियां सामने आ रही है। जिन लाभुको का चयन अबुआ आवास के लिए हुआ है। उससे संबंधित अधिकारियों द्वारा आवास के नाम पर बहाने बनाकर पैसा लूटने की होड़ मची हुई है। इसका जीता जागता उदाहरण श्री बंशीधर नगर अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत केतार प्रखंड का है। यहां प्रखंड कर्मियों की मनमानी के आगे सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाएं दम तोड़ रही है। इस योजना में अवैध पैसा की वसूली करने वाले कोई और नहीं बल्कि प्रखंड के प्रभारी बीपीओ दीपक कुमार ही है। आखिर किनके इशारे पर प्रखंड कर्मियों का दबदबा बढ़ रहा है,क्या उन को वरीय अधिकारी और प्रशासन की जरा भी डर नहीं है। यह एक बड़ा सवाल है या फिर प्रदेश के सत्तारूढ़ पार्टी के जनप्रतिनिधि भी लुटेरे अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे है।
जिओ टेक के नाम पर लाभुकों से पांच – पांच सौ की उगाही
आपको बता दे की प्रभारी बीपीओ दीपक कुमार के द्वारा प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मुकुंदपुर में अबुआ आवास के लिए चयन लाभुकों से जिओ टेक के नाम पर मनमानी तरीके से अवैध पैसा वसूली करने का मामला प्रकाश में आया है।

