तीसरी बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होंगे हेमंत, शपथग्रहण आज
रांची: तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हेमंत सोरेन काबिज होने वाले हैं। जिसके लिए शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार की संध्या 5:00 बजे होगी।
बता दें कि झारखण्ड में हेमंत सोरेन को जमानत मिलने के बाद उनको I.N.D.I.A विधायक दल की मीटिंग में नेता चुना गया है। वहीं चंपई सोरेंन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया है और हेमंत सोरेंन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था. अब झारखंड में एक बार फिर हेमंत सोरेन की सरकार बनने जा रही है. राजभवन ने उन्हें सरकार बनाने का आमंत्रण भी दे दिया है. आपको बता दें कि हेंमत सोरेन 07 जुलाई को शपथ लेने वाले थे लेकिन बड़ी खबर सामने आ रही है केि हेंमत सोरेन को आज ही मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ दिलाई जाएगी. शपथ ग्रहण समारोह का समय 5:00 बजे तय किया गया है.
खबरों के मुताबिक सिर्फ हेमंत शपथ लेंगे.बाद में कैबिनेट विस्तार किया जाएगा. इससे पहले सुबह हेमंत सोरेन गठबंधन में शामिल कांग्रेस नेताओं के साथ राजभवन पहुंचे और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की थी.
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को राज्य में सरकार बनाने के लिए औपचारिक रूप से आमंत्रित किया. सोरेन हाल ही में भूमि घोटाले के एक मामले में करीब पांच महीने जेल में रहने के बाद जमानत पर रिहा हुए हैं. इससे पहले सोरेन का शपथ ग्रहण समारोह 7 जुलाई को होने की संभावना जताई जा रही थी.
एक दिन पहले विधायक दल के नेता चुने गए हेमंत
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. बुधवार को चंपई ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने हेमंत को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना. बाद में हेमंत ने बुधवार को राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया.
28 जून को जेल से रिहा हुए हेमंत
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रमुख शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन को 28 जून को झारखंड हाई कोर्ट द्वारा कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दिए जाने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया है. हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तारी किया था. उससे कुछ समय पहले ही उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था.
वहीं, सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय जल्द ही झारखंड हाई कोर्ट के उस आदेश को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा, जिसमें हेमंत सोरेन को जमानत दी गई थी. हाई कोर्ट के जस्टिस रोंगोन मुखोपाध्याय की सिंगल पीठ ने 28 जून को फैसला सुनाया था.
जेएमएम के अब सिर्फ 27 विधायक
झारखंड की सरकार में 12 मंत्री हो सकते हैं. जबकि राज्य मंत्रिमंडल में वर्तमान में 10 मंत्री हैं. लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन की ताकत घटकर 45 विधायकों तक रह गई है. जेएमएम के 27, कांग्रेस के 17 और आरजेडी का एक विधायक है. जेएमएम के दो विधायक नलिन सोरेन और जोबा माझी लोकसभा के लिए चुने गए हैं, जबकि जामा सीट से विधायक सीता सोरेन ने बीजेपी के टिकट पर आम चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया था. सोरेन की पार्टी ने दो और विधायकों बिशुनपुर से एमएलए चमरा लिंडा और बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रोम को निष्कासित कर दिया है.
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