मझिआंव(गढ़वा) :– मझिआंव थाना क्षेत्र के घुरुआ गांव में शनिवार को एक समुदाय विशेष के लोगो द्वारा आरएसएस के दो कार्यकर्ताओं के साथ की गई मारपीट एवं हमलावरों को गिरफ्तार नही किये जाने के विरोध में आरएसएस, एकल अभियान सहित अन्य कई हिंदूवादी संगठनों द्वारा जुलूस निकाला गया.जुलूस का नेतृत्व वरिष्ठ आरएसएस कार्यकर्ता पुष्परंजन मेहता द्वारा किया गया.जुलूस राधा कृष्ण मंदिर से प्रारंभ होकर मेन रोड, ब्लॉक मोड़, चन्द्री, लोहरपुरवा,एवं मुख्य बाजार पथ होते पुनः मंदिर परिसर में पहुंचा.इस दौरान जुलूस में शामिल लोग भारत माता की जय, बंदेमातरम, हिन्दू विरोधी सरकार मुर्दाबाद, हिंदुओं पर हमला बंद करो, हमलावरों को तत्काल गिरफ्तार करो, ये तो अभी झांकी है, पिक्चर अभी बाकी है आदि नारे लगाए जा रहे थे.जुलूस समापन के पूर्व मंदिर परिसर में नुक्कड़ सभा की गई.इस अवसर पर पुष्परंजन ने कहा कि दो दिन पहले एसडीपीओ साहब द्वारा मुख्य आरोपी सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लेने का दावा किया गया था लेकिन तीन दिन गुजर जाने के बाद भी अभी तक दो को छोड़कर मुख्य आरोपी सहित अन्य लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस की निष्क्रियता के कारण हम सभी लोग आहत और काफी आक्रोशित हैं. इन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी पेशेवर अपराधी है और इनकी मानसिकता ही हिन्दू विरोधी है.क्योकि इन लोगों ने हमारे आरएसएस कार्यकर्ताओ को मारपीट के पहले भी हिन्दू संगठन का काम नही करने के संबंध में धमकी दी गई थी जिसके बाद सनहा दर्ज कराया गया था.पुष्परंजन ने कहा कि मझिआंव का इतिहास जो नही जानते हैं वे जान लें कि मझिआंव हिंदुओं पर हमला बर्दास्त नही करेगा और अगर दो दिन में मुख्य आरोपी सहित अन्य सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नही हुई और प्रशासन हिंदुओं पर हमला न हो इसकी जबतक गारंटी नही देता तबतक क्रमबद्ध ढंग से बड़े आंदोलन किये जाते रहेंगे.साथ ही पुनःमझिआंव बंदी व चक्का जाम भी किया जायेगा.
मौके पर उपस्थित लोग
एकल अभियान के जिला सचिव अरुण कुमार, संगठन सचिव एसएस वर्मा, आरएसएस के वरिष्ठ कार्यकर्ता पुष्परंजन मेहता, बीजेपी के शहरी मंडल अध्यक्ष पवन कुमार, एकल अभियान मझिआंव समिति की बिपिन कुमार, बिजय चौधरी, सुधीर कुमार, रुपू महतो, मनीष चौधरी, अर्जुन चौधरी, इंदु कुमारी अर्चना कुमारी, रानी कुमारी, चंचला कुमारी, सरोज देवी, सान्वी कुमारी, सुजान्ति देवी, चंदा देवी, गीता कुमारी, पुष्पा देवी, शिला देवी, सुचिता देवी, रीना देवी, दुर्गावती देवी, अंकिता देवी, सुनीता देवी, प्रतिमा देवी, उर्मिला देवी, गायत्री देवी, खुशबू देवी, माया देवी, किरण देवी, रिया कुमारी सहित सैकड़ों महिला पुरुष शामिल थे.