रांची :- विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र के कांडी प्रखंड अंतर्गत प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सतबहिनी झरना तीर्थ में विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी द्वारा फर्जी ट्रस्ट गठन के मामले को लेकर राजद नेता नरेश सिंह ने झारखंड हाईकोर्ट में मामला दर्ज कराया था। हाई कोर्ट के निर्देश पर बुधवार को झारखंड हिंदू धार्मिक न्यास पर्षद के अधिकारियों ने मौके पर मामले की जांच की।
इस दौरान हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों ने कहा कि उन्होंने घर घर से एक एक रुपया चंदा एवं घर की खर्ची बेचकर इस स्थल का विकास किया है। जिस पर नाजायज तरीके से विधायक के द्वारा फर्जी ट्रस्ट का गठन करके खानदानी कब्जा जमाने का कुत्सित प्रयास किया गया है। कई मुस्लिम ग्रामीणों ने के द्वारा भी लगातार सहयोग के साथ-साथ यहां के निर्माण में श्रमदान करने का हवाला दिया। जिससे अधिकारी बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि सतबहिनी तो सभी धर्मों का समन्वय है। जो कुछ लोगों की गलत मानसिकता के कारण बर्बाद हो रहा है। अधिकारी ने ट्रस्ट के कई सदस्यों को बुलाने के लिए कॉल कराया। लेकिन कोई उपस्थित नहीं हुआ। अंत में कार्यकारी अध्यक्ष से आय-व्यय का लेखा-जोखा एवं वार्षिक ऑडिट संबंधी सवाल पूछा। जो कुछ भी मौजूद नहीं था।
झारखंड हिंदू धार्मिक न्यास पर्षद के सदस्य संजीव कुमार तिवारी ने कहा कि जांच रिपोर्ट माननीय झारखंड उच्च न्यायालय को सौंपा जाएगा। इसके साथ ही यह रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह कितना भी बड़े पद पर क्यों न हो। इसे कुछ लोगों ने चारा का बना लिया है। जिन्हें सतबहिनी को चारागाह नहीं बनाने दिया जाएगा।