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शुभम जायसवाल

श्री बंशीधर नगर (गढ़वा)। स्थानीय विधायक अनंत प्रताप देव के नगर गढ़ स्थित आवास पर सोमवार को वीर शहीद सिद्धू-कान्हू की स्मृति में हुल दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक रीति-रिवाजों और आदिवासी संस्कृति के सम्मान के साथ की गई। इस अवसर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और महिलाओं ने सिद्धू-कान्हू की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

सिद्धू-कान्हू झारखंड की आत्मा हैं – मुक्तेश्वर पांडेय

इस मौके पर झामुमो के वरिष्ठ नेता मुक्तेश्वर पांडेय ने कहा कि सिद्धू-कान्हू केवल संथाल विद्रोह के नायक नहीं, बल्कि वे झारखंड की आत्मा हैं। उन्होंने 1855 में जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए जो विद्रोह किया, उसने पूरे आदिवासी समाज को अंग्रेजी शासन और जमींदारी अत्याचारों के खिलाफ एकजुट किया। उनकी कुर्बानी आज भी हक और अधिकार की लड़ाई में प्रेरणा देती है।

उन्होंने बताया कि जब ब्रिटिश सरकार, पुलिस और जमींदार आदिवासियों पर अत्याचार कर रहे थे, तब सिद्धू-कान्हू ने न सिर्फ नेतृत्व किया, बल्कि अपनी बहनों की कुर्बानी देने के बाद भी हार नहीं मानी और हुल (विद्रोह) की मशाल जलाई।

शहीदों के सपनों को साकार करने में जुटी है झामुमो

उन्होंने कहा कि झामुमो पार्टी शुरू से ही शहीदों के सपनों को साकार करने की दिशा में काम कर रही है और झारखंड को एक समृद्ध राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

कार्यक्रम में कई नेता और कार्यकर्ता हुए शामिल

कार्यक्रम में झामुमो नेता निर्मल पासवान, कामता प्रसाद, प्रखंड अध्यक्ष अमरनाथ पांडेय, पूर्व प्रखंड अध्यक्ष अमर राम, रमेश चंद्रवंशी, प्रदीप राम, मदन सिंह, सूर्यदेव राम, रमना महिला मोर्चा अध्यक्ष रागनी देवी, सीमा देवी, पूजा देवी, पुष्पा देवी, बीडी पांडेय, पप्पू सिंह, दिलेश सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।