रांची: दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना दबाव का क्षेत्र अब चक्रवाती रूप ले चुका है और यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, यह सिस्टम 28 अक्टूबर की शाम या रात तक आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट से टकराएगा। इसके भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ (Montha) में तब्दील होने की पूरी संभावना है। इस चक्रवात का नाम थाईलैंड द्वारा दिया गया है।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, ‘मोंथा’ का असर झारखंड में भी देखने को मिलेगा। रांची स्थित मौसम केंद्र ने राज्य के विभिन्न जिलों में 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
झारखंड में चार दिन तक बारिश और वज्रपात की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, 28 अक्टूबर से 1 नवंबर तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने, मेघगर्जन और वज्रपात की आशंका है। इस अवधि में कई जिलों में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है।
चक्रवात का असर पहले से दिखने लगा
‘मोंथा’ का प्रभाव झारखंड में शनिवार से ही महसूस किया जा रहा है। राज्य के कई हिस्सों में आंशिक बादल छाए हुए हैं और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम केंद्र का अनुमान है कि 27 अक्टूबर को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे।
किस दिन कहां होगी बारिश
28 अक्टूबर: राज्य के दक्षिणी और पश्चिमी जिलों (जैसे- चाईबासा, सरायकेला, पश्चिम सिंहभूम, गढ़वा, पलामू, लातेहार) में बारिश और तेज हवा की संभावना।
29 अक्टूबर: दक्षिणी व उत्तर-पूर्वी जिलों (जैसे- रांची, बोकारो, गिरिडीह, दुमका, देवघर) में भारी वर्षा की संभावना।
30 अक्टूबर: उत्तर-पूर्वी हिस्सों में बारिश का दौर तेज रहेगा।
31 अक्टूबर: मध्य और उत्तरी जिलों (जैसे- हजारीबाग, कोडरमा, धनबाद, गोड्डा) में बारिश और कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना।
मौसम केंद्र की अपील
मौसम विभाग ने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है। खुले स्थानों पर न जाएं, बिजली गिरने के दौरान पेड़ों या खंभों के नीचे खड़े होने से बचें और कृषि कार्यों के दौरान मौसम की ताजा जानकारी पर ध्यान दें।
झारखंड में चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का असर, 28 से 31 अक्टूबर तक भारी बारिश का अलर्ट













