---Advertisement---

कई मामलों में वांटेड झारखंड की नक्सली महिला दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ी,लाने के लिए टीम रवाना

On: March 6, 2025 1:52 AM
---Advertisement---

चाईबासा: कई मुठभेड़ों में पुलिस के लिए वांछित झारखंड की महिला नक्सली झारखंड पुलिस की इनपुट पर दिल्ली पुलिस की हत्थे चढ़ गई है। जो कि दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में पहचान छुपाने के लिए नौकरानी बनकर काम कर रही थी। पश्चिमी सिंहभूम पुलिस की एक टीम उसे लाने के लिए रवाना हो गई है।पूछताछ में कई मामलों का खुलासा हो सकता है।पूछताछ में पता चल पायेगा कि फरारी के दौरान उसे किस-किस ने सहयोग किया।

प्राप्त जानकारी केअनुसार पश्चिमी सिंहभूम जिले की महिला नक्सली रेणुका (23) को दिल्ली पुलिस ने बाहरी दिल्ली के पीतमपुरा इलाके से मंगलवार को गिरफ्तार किया. वह फर्जी पहचान बताकर रह रही थी और मेड (घरेलू सहायिका) के तौर पर काम करती थी।

पश्चिमी सिंहभूम के एसपी आशुतोष शेखर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वह कोल्हान में हुए कई मुठभेड़ में वांछित थी. उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आइपीसी), शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

चाईबासा पुलिस के इनपुट पर दिल्ली पुलिस ने पीतमपुरा से किया गिरफ्तार

महिला नक्सली को लाने के लिए चाईबासा पुलिस की टीम दिल्ली रवाना

सोनुआ थाना में रेणुका के खिलाफ दर्ज हैं कई आपराधिक प्राथमिकियां

कुदाबुरु गांव की रेणुका 10 वर्ष की आयु में माओवादी गुट में शामिल हुई

फर्जी पहचान से नौकरानी बनकर वर्ष 2020-21 से दिल्ली में रह रही थी

रेणुका के विरुद्ध 26 मार्च 2023 को जारी हुआ था गैरजमानती वारंट

चाईबासा कोर्ट ने 26 मार्च 2023 को उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. पश्चिमी सिंहभूम की पुलिस टीम उसे लाने के लिए दिल्ली रवाना हो गयी है. सोनुआ थाना में महिला नक्सली के खिलाफ आपराधिक साजिश, हत्या का प्रयास और राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने सहित गंभीर आरोपों के तहत कई प्राथमिकियां दर्ज हैं.

पुलिस के मुताबिक महिला नक्सली रेणुका पश्चिमी सिंहभूम जिले के कुदाबुरु गांव की रहने वाली है. वह किसान परिवार से है और 10 वर्ष की आयु में ही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) गुट में शामिल हो गयी थी. रेणुका कोल्हान के जंगलों में कमांडर रमेश के नेतृत्व में पांच साल तक गहन प्रशिक्षण ली. इस दौरान उसे इंसास राइफल, एसएलआर, एलएमजी, हथगोला और .303 राइफल जैसे आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करना सिखाया गया।

रेणुका पर दर्ज हैं ये मुकदमे

आपराधिक साजिश

हत्या का प्रयास

राज्य के खिलाफ युद्ध

पोड़ाहाट और सोनुवा के मुठभेड़ में थी शामिल

वर्ष 2018 और 2020 के बीच हुए तीन मुठभेड़ में वह सक्रिय रूप से शामिल थी. 2010 में पोड़ाहाट, 2018 और 2020 में सोनुवा में हुई मुठभेड़ में शामिल थी. इन मुठभेड़ों के बाद गुट के नक्सली कमांडरों ने उसे दिल्ली चले जाने का निर्देश दिया था. वह 2020-21 में दिल्ली चली गयी.

पहचान बदलकर घरों में नौकरानी का काम करती थी रेणुका

दिल्ली में वह झूठी पहचान के आधार पर नोएडा और दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में घरेलू सहायिका के तौर पर काम रही थी और पीतमपुरा में रह रही थी. कई महीनों की निगरानी और खुफिया जानकारी जुटाने के बाद दिल्ली अपराध शाखा को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में एक माओवादी चरमपंथी की मौजूदगी के बारे में विश्वसनीय जानकारी मिली. पुलिस की टीम ने चार मार्च को महाराणा प्रताप एन्क्लेव, पीतमपुरा में छापेमारी की और रेणुका को गिरफ्तार किया. आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए उसे अदालत में पेश किया जाएगा.

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

Join WhatsApp

Join Now