दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता के कार्यक्रम में फिर हंगामा, पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया

On: August 22, 2025 2:26 PM

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नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा में एक बार फिर गंभीर चूक सामने आई है। शुक्रवार, 22 अगस्त 2025 को राजधानी में आयोजित एक जनसभा के दौरान एक अज्ञात शख्स ने अचानक हंगामा कर माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया। जिससे किसी बड़े हादसे की आशंका टल गई।
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब 20 अगस्त को ही मुख्यमंत्री पर जनता दरबार के दौरान हमला हो चुका था। उस हमले में उन्हें चोटें भी आई थीं। लगातार दो घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, विशेषकर तब जब हालिया हमले के बाद उन्हें Z-श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी।
20 अगस्त का हमला और आरोपी की गिरफ्तारी
20 अगस्त को जनता दरबार के दौरान एक व्यक्ति ने अचानक मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला कर दिया था। हमलावर की पहचान राजकोट निवासी राजेश खिमजी के रूप में हुई। घटना के तुरंत बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस हमले में मुख्यमंत्री को मामूली चोटें आईं।
हमले के बाद रेखा गुप्ता ने कहा था, “जनता से संवाद कार्यक्रम किसी भी कीमत पर रोका नहीं जाएगा।”
शुक्रवार को इस मामले में नया मोड़ तब आया जब आरोपी राजेश खिमजी के एक दोस्त को राजकोट से हिरासत में लिया गया। आरोप है कि उसने आरोपी को आर्थिक मदद दी थी। दिल्ली पुलिस अब 10 अन्य लोगों की निगरानी कर रही है, जो कॉल और मैसेज के जरिए आरोपी के संपर्क में थे। इसके अलावा, राजकोट में आरोपी के मोबाइल से मिली जानकारी के आधार पर 5 अन्य लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस को शक है कि यह हमला पूरी तरह पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा हो सकता है।
20 अगस्त की घटना के बाद केंद्र सरकार ने तत्काल कदम उठाते हुए रेखा गुप्ता को Z-श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा प्रदान की थी। अब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ के विशेष वीआईपी सिक्योरिटी ग्रुप को सौंपी गई है। यही बल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गांधी परिवार जैसी प्रमुख हस्तियों की सुरक्षा करता है।
नई सुरक्षा व्यवस्था के तहत:
मुख्यमंत्री की सुरक्षा में 22 से 25 सशस्त्र कमांडो 24 घंटे तैनात रहेंगे।
उनके आवास और सार्वजनिक कार्यक्रमों में कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
हर कार्यक्रम में उनके साथ पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) रहेंगे।
सुरक्षा उपकरणों और चेकिंग की नई व्यवस्था लागू की जाएगी।
आगंतुकों पर सख्त नियंत्रण और प्रवेश नियम लागू होंगे।
लगातार दो घटनाओं ने साफ कर दिया है कि सुरक्षा व्यवस्था में अब भी कमजोर कड़ियाँ हैं। सवाल उठ रहे हैं कि जब मुख्यमंत्री को Z-श्रेणी सुरक्षा दी जा चुकी है, तो आखिर कैसे एक अज्ञात शख्स सार्वजनिक कार्यक्रम में घुसकर हंगामा करने में सफल हो गया।