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IND W vs SA W Final: भारत ने रचा इतिहास, पहली बार बना वर्ल्ड चैंपियन; फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से दी मात

On: November 3, 2025 4:28 AM
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IND W vs SA W Final: भारतीय क्रिकेट का एक लंबा, दर्दभरा और भावनाओं से भरा सफर आखिरकार अपने मुकाम पर पहुंच गया। ऐतिहासिक रविवार की रात नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर पहली बार महिला क्रिकेट विश्व कप जीत लिया। रनों की बरसात, गेंदबाजों की धार और मैदान में उमड़ी भावनाओं के सैलाब ने इस रात को भारतीय क्रिकेट इतिहास में अमर कर दिया।

साल 2005 और 2017 के दिल तोड़ देने वाले फाइनल की टीस अब सिर्फ इतिहास है। करेन रोल्टन का शतक और अन्या श्रुबसोल की उस जादुई गेंदबाज़ी की कसक अब गर्व में बदल चुकी है। हरमनप्रीत कौर की अगुआई में भारतीय टीम ने वह मुकाम हासिल कर लिया जिसका सपना करोड़ों भारतीय वर्षों से देख रहे थे।

भारत की शेरनियां अब विश्व चैंपियन

पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 7 विकेट पर 298 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। टूर्नामेंट के इतिहास में यह दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। शेफाली वर्मा (84 गेंदों पर 87 रन) और स्मृति मंधाना (45) ने शानदार शुरुआत की। बारिश के बाद बदली कंडीशन में भी भारतीय बल्लेबाजों ने आक्रामक रवैया दिखाया और दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को बैकफुट पर ढकेल दिया।

दीप्ति शर्मा ने दबाव में बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया। पहले बल्लेबाजी में 55 रन, फिर गेंदबाजी में 39 रन देकर 5 विकेट। वह इस विश्व कप की सबसे सफल गेंदबाज भी रहीं (21 विकेट)। शेफाली वर्मा ने भी साबित कर दिया कि युवा जोश सही मौके पर इतिहास बदल सकता है। बल्ले से 87 रन और गेंद से 2 अहम विकेट लेकर वे ‘गोल्डन आर्म’ बन गईं।

दक्षिण अफ्रीका की लड़ाई, लेकिन भारत का जज़्बा भारी

लॉरा वोल्वार्ड्ट ने 98 गेंदों पर 101 रन की कप्तानी पारी खेली, लेकिन भारतीय गेंदबाजी और फील्डिंग के सामने प्रोटियाज टीम 246 रन पर सिमट गई। अमनजोत कौर की डायरेक्ट हिट, राधा यादव की फील्डिंग और दीप्ति-रेणुका की धारदार स्पेलिंग ने दक्षिण अफ्रीका की एक-एक उम्मीद तोड़ दी। जैसे-जैसे विकेट गिरते गए, भारतीय खेमे में उत्साह बढ़ता गया और स्टेडियम गर्व की गूंज से भर गया।

भावनाओं से छलका मैदान, सूखा खत्म, सपना पूरा

जैसे ही आखिरी विकेट गिरा, हरमनप्रीत कौर खुशी से दहाड़ उठीं। उनकी आंखों में आँसू थे। 20 साल की अधूरी ख़्वाहिशों का भार उसी पल उतर गया। स्टैंड में बैठे रोहित शर्मा भी तालियां बजाते नज़र आए। 2023 पुरुष वर्ल्ड कप फाइनल का दर्द आज इस जीत ने धो दिया।

नवी मुंबई का आसमान आतिशबाज़ी से चमक उठा और भारत के तिरंगे में डूब गया। यह सिर्फ एक जीत नहीं, यह इतिहास था, यह भाव था, यह वो पल था जिसने भारतीय महिला क्रिकेट की नई कहानी सुनहरे अक्षरों में लिख दी।

महान सफर, अमर जीत

हरमनप्रीत की सेना ने इस जीत के साथ भारतीय क्रिकेट पर मंडराती ‘वर्ल्ड कप का इंतजार’ वाली छाया को हमेशा के लिए मिटा दिया। यह सफर था संघर्षों का, आलोचनाओं का, आत्मविश्वास का और सबसे बढ़कर विश्वास का, कि भारत की बेटियाँ भी दुनिया की सर्वश्रेष्ठ हैं।

आज भारत का सिर ऊंचा है, क्योंकि महिला क्रिकेट अब सिर्फ उभर रहा खेल नहीं, बल्कि विश्व चैंपियन है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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