Map Of Ram Setu: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने राम सेतु के नाम से प्रसिद्ध एडम्स ब्रिज का अब तक का सबसे सटीक समुद्र के नीचे का नक्शा तैयार किया है, जो यह साबित करता है कि यह डूबा हुआ रिज भारत में धनुषकोडी से लेकर श्रीलंका में तलाईमन्नार तक एक “निरंतरता” है।
सर्वेक्षण कार्य में समुद्र तल से लेजर किरणों को परावर्तित करने के लिए एक अमेरिकी उपग्रह का उपयोग किया गया, जिससे यह प्रदर्शित हुआ कि राम सेतु का 99.98 प्रतिशत भाग, जो चूना पत्थर के 29 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में स्थित है, उथले पानी में दबा हुआ है। शोधकर्ताओं ने समुद्र में 40 किलोमीटर गहराई तक पहुंचने में सक्षम उपग्रह के फोटोन (वाटर-पेनेट्रेटेड फोटॉन) कणों का उपयोग कर राम सेतु का विस्तृत मानचित्र तैयार किया। विश्लेषण से पता चला है कि रिज की पूरी लंबाई समुद्र तल से लगभग 8 मीटर ऊपर है। लेकिन इसका केवल 0.02 प्रतिशत हिस्सा ही दिखाई देता है, बाकी हिस्सा पानी में डूबा हुआ है।
भूविज्ञान से प्राप्त अन्य साक्ष्यों से पता चलता है कि अब जलमग्न हो चुकी यह पर्वतमाला कभी भारत और श्रीलंका के बीच एक भू-मार्ग हुआ करती थी। नौवीं शताब्दी ई. में फारसी नाविकों ने इस पुल को सेतु बंधई या समुद्र पर बना पुल कहा था। रामेश्वरम के मंदिर अभिलेखों से पता चलता है कि यह पुल 1480 तक समुद्र तल से ऊपर था, जब एक शक्तिशाली तूफान ने इसे ध्वस्त कर दिया था।
अध्ययन एडम ब्रिज या राम सेतु की उत्पत्ति की पुष्टि करता है, जो कभी भारत और श्रीलंका के बीच एक भूमि कनेक्शन था। ये निष्कर्ष क्षेत्र के इतिहास और इस प्राचीन संरचना के निर्माण में नई अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।