जमशेदपुर: झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर उन्होंने अपने इस्तीफे की कॉपी पोस्ट करके यह जानकारी दी।
बाबूलाल मरांडी को लिखे अपने इस्तीफा पत्र में कुणाल षाड़ंगी ने पार्टी की नीति और सिद्धांतों पर कई तरह के सवाल उठाते हुए लिखा है कि वह भाजपा में रहकर अपने उन उद्देश्यों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं जिसके लिए वह राजनीति में आये हैं। आगे पत्र में उन्होंने लिखा है कि पिछले कई महीनों से मैं यह महसूस कर रहा हुँ कि कई बार पूर्वी सिंहभूम जिले की बुनियादी समस्याओं से जुड़े विषयों और संगठनात्मक विषयों को आपके और अन्य वरीय पदाधिकारियों के संज्ञान में लाने के बावजूद पार्टी जिले की महत्वपूर्ण मुद्दों के प्रति बिलकुल उदासीन है। जब मैंने प्रदेश के प्रवक्ता के पद से त्यागपत्र दिया था तो मुझे उम्मीद थी कि मेरे द्वारा रखे गए विषयों पर पार्टी संज्ञान लेगी लेकिन दुखद है कि स्थिति आज भी जस की तस है।
जिले की कई बुनियादी सुविधाओं और विशेष तौर पर युवाओं के मुद्दों पर यहाँ से चुने हुए जन प्रतिनिधि हमेशा से मौन रहे हैं और संगठन के आंतरिक अनुशासन के प्रति भी कोई गंभीरता दिखाई नहीं देती है। इन परिस्थितियों में प्रदेश नेतृत्व के द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जाना दुर्भाग्यजनक है और मैं ऐसी कार्यप्रणाली से सहमत नहीं हूँ और राजनीति में आने के मेरे मुख्य उद्देश्य के प्रति न्याय करने में असमर्थ हूँ। पूर्वी सिंहभूम जिले की जनता के हित में यह आवश्यक है कि उनकी आवाज को जोरदार तरीके से बुलंद किया जाए ताकि उनके समस्याओं का उचित समाधान हो सके जो कि वर्तमान की परिस्थिति में भाजपा में रह कर मुझे संभव प्रतीत नहीं होता है।
