अजीत कुमार रंजन
बिशुनपुरा(गढ़वा):- मजदूरों को पलायन को रोकने तथा रोजगार सृजन को लेकर सरकार मनरेगा योजना पर मुख्य रूप से फोकस करते हुए लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की सपना देख रही है। वहीं गढ़वा जिला के बिशुनपुरा प्रखंड में मनरेगा योजना में गड़बड़ी थमने का नाम नहीं ले रहा है। आपको बताते चलें कि पूर्व में भी बिशुनपुरा पंचायत में लामी घटवरिया पहाड़ समीप राजबिहारी शाह के खेत में आमबगवानी वृक्षारोपण के ट्रेंच निर्माण में जेसीबी से कार्य किया गया था। जिसका खबर भी प्रकाशित की गई थी।
प्रखंड के पतिहारी एवं अमहर खास पंचायत मे मनरेगा योजना के तहत डोभा निर्माण कार्य में मजदूरों के बजाय जेसीबी मशीन से खुदाई किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पतिहारी पंचायत के ग्राम देवगुड़वा में मिनत हुसैन के खेत में डोभा निर्माण रातो रात जेसीबी मशीन से निर्माण कार्य कर लिया गया। इस योजना में 16830 रु का भुगतान भी कर दिया गया है। वही ग्राम देवगुड़वा में बदत अंसारी के खेत मे डोभा निर्माण योजना में मजदूरों के बजाय जेसीबी मशीन से कार्य किया गया है। इस योजना में भी पदाधिकारियो के मिलीभगत से 74970 रु का भुगतान भी कर दिया गया है। वही अमहर पंचायत में शम्भु बियार के खेत में डोभा निर्माण योजना में भी जेसीबी मशीन से कार्य कराया गया है। इस योजनाओं में जेसीबी मशीन से कार्य का निशान साफ दिख रहा है। इन सभी योजनाओं को रातों-रात निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है और मजदूर सिर्फ नेट पर कार्य करते दिख रहे हैं। बताया जाता है कि उक्त सभी योजना निर्माण में जेसीबी मशीन का प्रयोग करने के मामले को लेकर विभाग के पदाधिकारी की जानकारी में किया जा रहा है। आसपास के लोगों ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत मशीन से निर्माण किए जाने वाला कई योजना है और कार्य के बाद विभाग के अधिकारी के जानकारी होने के बाद भी राशि का भुगतान कर दिया जा रहा है। वहीं लोगों ने बताया कि योजना में विभाग से जुड़े बिचौलिया हाबी हैं। वहीं इस सम्बंध में पूछे जाने पर बीडीओ हीरक मन्ना केरकेटा ने बताया कि जांच कर दोषी पाए जाने पर मुखिया, पँचायत सेवक, रोजगार सेवक पर कार्यवाई की जाएगी।