उत्तर प्रदेश: हत्या, लूट और आर्म्स एक्ट मामले में आरोपी कुख्यात एक लाख का इनामी लॉरेंस गैंग का शूटर जितेंद्र उर्फ जीतू के एसटीएफ और पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ में ढ़ेर हो गया है। उम्र कैद की सजा पाने के बाद वह पेरोल पर जेल से बाहर था लेकिन वह फरार हो गया था।
सूत्रों के मुताबिक मेरठ के मुंडाली थाना क्षेत्र में उसकी मौजूदगी की गुप्त सूचना पुलिस को मिली। इस सूचना के मिलते ही बुधवार तड़के करीब 2 बजे एसटीएफ की नोएडा यूनिट और पुलिस ने मिलकर जीतू की घेराबंदी की। पुलिस ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने जवाब में फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से वह घायल हो गया। तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।मारा गया बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू हरियाणा के झज्जर जिले के असौंदा सिवान गांव का रहने वाला था। इसके खिलाफ हत्या, लूट और आर्म्स एक्ट सहित कुल 8 संगीन मुकदमे दर्ज थे। 2026 में हुए एक डबल मर्डर केस में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। वह 2023 में पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद फरार हो गया था और तभी से पुलिस उसे तलाश रही थी।
गाजियाबाद पुलिस ने 2023 में थाना टीला मोड़ क्षेत्र में हुए एक हत्या के मामले में जीतू को वांछित घोषित किया था, उस पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया था। एसटीएफ को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर मेरठ में उकी घेराबंदी की गई, जहां पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़ हुई और अंततः जीतू ढेर हो गया।
इस एनकाउंटर के बाद पुलिस और STF की टीम को बड़ी सफलता मिली है। जितेंद्र का एनकाउंटर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि जितेंद्र पैरोल पर बाहर आने के बाद किन अपराधों में शामिल था और उसके अन्य सहयोगी कहां सक्रिय हैं।