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पहले की तरह पार्क रहने देने की मांग, वरना आंदोलन की चेतावनी

जमशेदपुर: बाराद्वारी स्थित जमशेदपुर न्यू कोर्ट परिसर पार्क में ई कोर्ट का सर्वर रूम का कंटेनर रखे जाने के खिलाफ अधिवक्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है। अधिवक्ताओं का कहना है कि पुराने जैसा पार्क नहीं बनाया तो आंदोलन करेंगे। खबर है कि वकीलों और चीफ जस्टिस के बीच वार्ता चल रही है।

गुरुवार को अधिवक्ता कोर्ट पहुंचे तो उन्होंने देखा की बार बिल्डिंग के सामने पार्क में ई कोर्ट का कंटेनर रख दिया गया है। कंटेनर को देखते ही अधिवक्ता आक्रोशित हो गए। जमकर नारे बाजी और हंगामा शुरू हो गया।

अधिवक्ताओं का कहना है कि वह पार्क में ई कोर्ट रूम बनाने का विरोध कर रहे हैं। अधिवक्ताओं ने इसके विरोध में गुरुवार को हड़ताल का ऐलान किया है।अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत हो गए हैं। मांग नहीं माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

वरिष्ठ अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने बताया कि पखवाड़ा भर पहले इस पार्क को तोड़ दिया गया था। तब भी अधिवक्ताओं ने विरोध जताया था। अधिवक्ता जिला जज से मिले थे।जिला जज ने आश्वासन दिया था कि पार्क को ठीक कर दिया जाएगा. पार्क के जिस एरिया को तोड़ा गया है उसको जीर्णोद्धार कराया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ और यहां कंटेनर रख दिया गया है।

उन्होंने बताया कि यह पार्क जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय की निधि से बनाया गया है।पार्क के निर्माण पर लगभग 15 लाख रुपए खर्च हुए थे।कोर्ट परिसर में कहीं पर भी आम लोगों के बैठने की जगह नहीं है। तारीख पर आए लोग इस पार्क में बैठकर आराम करते हैं।इसीलिए, अधिवक्ता यहां ई कोर्ट बनाने का विरोध कर रहे हैं।कोर्ट में एक लिफ्ट है खराब, जन सुविधा का अभाव अधिवक्ताओं का कहना है कि कोर्ट में आम जनता के लिए कोई सुविधा नहीं है. यहां दो लिफ्ट लगी हैं. दोनों खराब थीं। अधिवक्ताओं ने विरोध किया. अपनी बात रखी।तब जाकर एक लिफ्ट बनाई गई। एक लिफ्ट अभी भी खराब है।कोर्ट के किसी भी फ्लोर में बाथरूम नहीं है। आम लोगों के पेयजल की सुविधा नहीं है।

अधिवक्ताओं की मांग है कि पार्क से ई कोर्ट का कंटेनर हटाया जाए और पार्क को पहले की तरह बना दिया जाए।