निरंजन प्रसाद
गारु: लातेहार जिले के गारु और सरयू प्रखंड में इन दिनों कड़ाके की ठंड ने आम जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। लगातार गिरते तापमान और सर्द हवाओं के कारण पूरा इलाका शीतलहर की चपेट में आ गया है। दिन और रात के तापमान में तेज उतार-चढ़ाव के चलते ठंड और अधिक तीव्र महसूस की जा रही है।
सुबह और देर रात चल रही सर्द हवाओं ने लोगों को घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया है। स्थिति यह है कि पूरे दिन ग्रामीण अपने घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं। कई गांवों में लोग दिनभर अलाव जलाकर या कंबलों के सहारे समय गुजारने को विवश हैं।
घने कोहरे और ओस के कारण दृश्यता काफी कम हो गई है। कई स्थानों पर कुछ ही मीटर की दूरी पर मौजूद वस्तुएं भी साफ दिखाई नहीं दे रही हैं। कोहरे और ठंड की वजह से सड़कों पर चलने वाले राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ठंड का सबसे अधिक असर बुजुर्गों, बच्चों और गरीब तबके के लोगों पर देखा जा रहा है। वहीं, दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों के लिए सुबह जल्दी काम पर निकलना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
कड़ाके की ठंड से ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन लगभग ठहर सा गया है। खेत-खलिहान, बाजार और चौक-चौराहों पर सामान्य दिनों की तुलना में काफी कम चहल-पहल देखने को मिल रही है। लोग केवल अत्यंत आवश्यक कार्यों के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे हैं।
कड़ाके की ठंड के बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक अलाव जलाने या जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे लोगों में नाराजगी देखी जा रही है।
गारु और सरयू प्रखंड में पारा लुढ़का, कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त














