जमशेदपुर: विश्वकर्मा पूजा कर संतोष गैरेज के मालिक संतोष अपने घर चले गए । उसके कुछ देर बाद ही उन्हें उनके गैराज में आग लगने की खबर मिली। इस खबर के बाद में पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश में बुरी तरह झुलस गए। जिन्हें खासमहल सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बागबेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत हरहरगुट्टू स्थित प्रेम कुंज के पास मोटर रिपेयरिंग और पार्ट्स शॉप में भीषण आग लग गई। संतोष कुमार ने विधिवत रूप से विश्वकर्मा पूजा की और फिर दुकान को बंद करके अपने घर लौट गए थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि दुकान के भीतर जलते दीए से आग लगी, जो धीरे-धीरे फैलती चली गई। दुकान बंद होने के कारण आग समय पर नजर में नहीं आई, और जब तक लोगों को पता चला, तब तक लपटों ने पूरे गैरेज को अपनी चपेट में ले लिया।लोगों ने संतोष कुमार को सूचना दी। वह जैसे ही घटनास्थल पर पहुंचे, अपनी दुकान को जलते देख खुद आग बुझाने में जुट गए। इसी प्रयास में वह बुरी तरह झुलस गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तत्काल सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत फिलहाल स्थिर है।
जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक गैरेज में रखे मोटर पार्ट्स, रिपेयरिंग टूल्स और अन्य कीमती सामान पूरी तरह जल चुके थे। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक इस अग्निकांड में लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
फायर ब्रिगेड और पुलिस की लापरवाही पर गुस्सा
स्थानीय लोगों ने बताया कि आग लगने की सूचना तुरंत पुलिस और अग्निशमन विभाग को दी गई थी, लेकिन न तो बागबेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और न ही फायर ब्रिगेड की कोई टीम। घटनास्थल पर उपस्थित लोगों का आरोप है कि यदि फायर ब्रिगेड समय पर पहुंचती, तो इतनी बड़ी क्षति से बचा जा सकता था।
स्थानीय लोगों ने बुझाई आग
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए मोहल्ले के लोगों ने खुद ही आग बुझाने का प्रयास किया और काफी मशक्कत के बाद लपटों को काबू में किया। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह प्रशासनिक लापरवाही का मामला है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी घटनाओं से सबक लिया जाए और फायर ब्रिगेड की तत्परता सुनिश्चित की जाए।









