प्रयागराज: बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बन गई हैं। किन्नर अखाड़े के आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उन्हें दीक्षा दी है। 24 जनवरी की शाम ममता कुलकर्णी ने प्रयागराज में संगम तट पर अपना पिंडदान किया। इसके बाद किन्नर अखाड़े में उनका पट्टाभिषेक हुआ। किन्नर अखाड़े के कानून के अनुसार ममता कुलकर्णी की चोटी काटी जाएगी। अब वह यामाई ममता नंद गिरि कहलाएंगी।
ममता कुलकर्णी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य होगा कि महाकुंभ की पवित्र बेला में संन्यास लिया। मैंने 23 वर्ष पहले अपने गुरु श्री चैतन्य गगन गिरि से कुपोली आश्रम में दीक्षा ली थी। अब पूरी तरह से संन्यासिनी बन गई हूं। पिंडदान करने के बारे में कहा, ये महादेव और महाकाली का आदेश था। मेरे गुरु का आदेश था। आज का दिन उन्होंने चुना। मैंने कुछ नहीं किया। यह ऊपर वाले और गुरु की कृपा से संभव हुआ है। मैंने संन्यासिनी के रूप में नए जीवन में प्रवेश किया है। समर्पित भाव से किन्नर, सनातन धर्म और महिलाओं के हित में काम करूंगी।