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झारखंड वार्ता न्यूज

रमना (गढ़वा) :– भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने मंगलवार को गढ़वा जिले के रमना प्रखंड में कार्यरत मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी (बीपीओ) प्रभु कुमार को 12,000 रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

कैसे हुआ खुलासा?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता शिव शंकर राम की मां जितनी देवी के नाम से डोभा निर्माण कार्य स्वीकृत हुआ था। कार्य पूरा होने के बाद भुगतान के लिए प्रभु कुमार ने 12,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को इसकी शिकायत दी, जिसके बाद एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर प्रभु कुमार को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।

एसीबी की कार्रवाई

शिकायत की जांच में रिश्वत मांगने की बात सही पाए जाने पर एसीबी ने प्राथमिकी दर्ज कराई और 24 मार्च 2025 को प्रभु कुमार के खिलाफ धारा 7(a) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 2018 के तहत मामला दर्ज किया। अगले ही दिन, 25 मार्च 2025 को एसीबी की टीम ने स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में उन्हें रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

क्षेत्र में हड़कंप

इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है। मनरेगा जैसी योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर लोगों में पहले से ही नाराजगी थी, और इस गिरफ्तारी से भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल कसने की उम्मीद जगी है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बताया कि आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है और आरोपी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।