झारखंड वार्ता
गढ़वा:- वन प्रमंडल परिसर, गढ़वा में अवस्थित वन भवन में आज अग्निपथ योजना से संबंधित मोटिवेशनल व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सेना भर्ती कार्यालय, रांची के निदेशक, कर्नल विकास भोला द्वारा अग्निपथ योजना से संबंधित मोटिवेशनल व्याख्यान छात्र छात्राओं के बीच दिया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ कर्नल संग उप विकास आयुक्त राजेश कुमार राय, जिला जन संपर्क पदाधिकारी साकेत कुमार पांडेय एवं क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी कैशर रजा द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त द्वारा सेना भर्ती कार्यालय, रांची के निदेशक, कर्नल विकास भोला के गढ़वा जिला आगमन पर उनके प्रति आभार जताया गया। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं के लिए यह सुनहरा अवसर है कि स्वयं सेना के एक बड़े अधिकारी आज गढ़वा जिला आए हैं एवं स्वयं से बच्चों को सेना भर्ती से जुड़े प्रमुख जानकारी दे रहे हैं। सेना में भर्ती होने के लिए इच्छुक सभी छात्र-छात्राओं के लिए यह गोल्डन ऑपर्च्युनिटी स्वरूप है। सेना में अनुशासन सर्वोपरि होती है, इसलिए आज के इस मोटिवेशनल सेशन में जो भी बातें आपको कहीं जाएगी उसे गंभीरता से ले। झारखंड के नौजवान बहादुर होते हैं, उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, विशेष कर गढ़वा जिले के बच्चे काफी प्रतिभाशाली है, केवल उनके प्रतिभा को निखारने की आवश्यकता है, इसलिए आज के मोटिवेशनल सेशन में जो भी बातें कहीं जाएगी उसका अनुपालन अवश्य करें, सेना में नौकरी एक गौरव का विषय है।

कार्यक्रम में कर्नल द्वारा कार्यक्रम के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया गया। उन्होंने मोटिवेशनल सेशन प्रारंभ करते हुए अपने बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वह एक सेना के परिवार से आते है एवं उनका जन्म भी सेना के अस्पताल में हुआ एवं उनके पिता सेना में कार्यरत थे। सेना भर्ती को लेकर उनके द्वारा बताया गया कि पहले सेना में केवल पुरुष की ही भर्ती होती थी परंतु वर्तमान में महिलाओं को भी सेना में भर्ती किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेना में डिसिप्लिन सबसे ज्यादा अनिवार्य है, आपको अनुशासन में रहकर सभी कार्यों को करने की सीख देता है।

झारखंड में बहादुर सैनिकों की कोई कमी नहीं है, पूर्व में भी झारखंड के कई बहादुर सोल्जर भारतीय सेना में योगदान दे चुके हैं। सेना में दो प्रकार से भर्ती होती है, पहला ऑफिसर रैंक और दूसरा सोल्जर रैंक। सेना में कार्य आपको देश की सेवा करने का अवसर देता है, यह आपको देश के कई एडवेंचरस स्थान पर जाकर सेवा देने का अवसर देता है। कक्षा आठवीं पास से लेकर 10वीं एवं 12वीं तक के छात्र-छात्राओं को सेना में भर्ती का अवसर दिया जाता है। एनसीसी कैडेट, स्पोर्ट्स एक्टिविटीज समेत अन्य एक्स्ट्रा एक्टिविटी वाले छात्र-छात्राओं को भी सेना भारती में विशेष छूट दी जाती है। इस नौकरी से आप काफी कम उम्र में ही आर्थिक रूप से सशक्त होते हैं। इसमें जॉब सिक्योरिटी है, आर्मी एवं सरकार आपको कुछ भी होने और आपके बाद आपके परिवार की अच्छे से देखभाल की पूरी जिम्मेवारी लेती है।

जरूरत पड़ने पर हम सर्वोच्च बलिदान के लिए अभी तत्पर रहते हैं। आर्मी का दो प्रकार का रोल होता है, प्राइमरी एवं सेकेंडरी, प्राइमरी रोल में हम देश की रक्षा के लिए कार्य करते हैं एवं सेकेंडरी रोल में हम सिविल एडमिनिस्ट्रेशन के साथ मिलकर राहत बचाव जैसे कार्यों के लिए भी कार्य करते हैं। कम उम्र में आर्मी में दाखिला के बाद भी आप अपनी प्रोफेशन के आधार पर आगे चलकर डॉक्टर, एडवोकेट, इंजीनियर जैसी अन्य प्रोफेशनल डिग्री की पढ़ाई भी पूरी कर सकते हैं। आर्मी में पर्सनालिटी डेवलपमेंट पर विशेष ध्यान दिया जाता है एवं फिजिकली फिट व्यक्तियों को ही सेना में भर्ती किया जाता है। उन्होंने बच्चों से एनडीए की तैयारी अवश्य करने को कहा, उन्होंने कहा कि यह कड़ी परीक्षा है परंतु इसके लिए आप तैयारी करें। साथ ही अग्निपथ या अग्नि वीर के तहत शॉर्ट टर्म के लिए आर्मी जॉइन करने पर भी कई प्रमुख बातें बताई गई। उन्होंने कहा कि आर्मी आपको बेस्ट मेडिकल एवं ट्रेवल फैसिलिटी प्रदान करता है। यह नौकरी एडवेंचर और एक्साइटमेंट से भरपूर है। गढ़वा में प्रतिभावान छात्र-छात्रा है, हमे इस जिले से आर्मी भर्ती हेतु प्रतिशत को और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कॉमन एंट्रेंस एग्जाम के लिए गढ़वा एवं पलामू में परीक्षा केंद्र नहीं है, केवल धनबाद रांची हजारीबाग एवं जमशेदपुर में ही परीक्षा केंद्र है। जिसे लेकर बच्चों को परीक्षा देने में समस्या होती है।

उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर गढ़वा या पलामू में एक परीक्षा केंद्र खुलवाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि पूरी प्रोटोकॉल के तहत आर्मी में भर्ती होती है पहले केवल दौड़ से भर्ती किया जाता था परंतु वर्तमान में पहले रिटन एक्जाम लिया जाता है उसके बाद दौड़ एवं अन्य प्रक्रिया का पालन किया जाता है। यदि कोई भी बिचौलिया आपको आर्मी भर्ती दिलाने के नाम पर पैसे की मांग करता है, तो आप सचेत रहे एवं किसी भी प्रकार का किसी को भी पैसा ना दे क्योंकि आर्मी की बहाली में कोई भी पैसे की डिमांड नहीं की जाती है। उन्होंने कई उदाहरण देते हुए भी पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पुरी नियम एवं पुरी प्रक्रिया का पालन करते हुए आर्मी में दाखिला लिया जाता है।
