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बीजेपी को वोट देना मुस्लिम परिवार को पड़ा महंगा,पिटाई, गांव से निकलने की धमकी, बाबूलाल से जान माल की सुरक्षा की गुहार

On: November 26, 2024 9:19 AM
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आंखों को बंद करने से खतरा नहीं जाएगा,

अरे वो देखना पड़ेगा जो देखा नहीं जाएगा: बाबूलाल मरांडी

रांची :विधानसभा चुनाव के में भाजपा को वोट देना मुस्लिम परिवार को महंगा पड़ने की खबर है। घटना साहिबगंज जिले के मोहम्मदपुर गांव की बताई जा रही है। जहां ‌इमाम मिर्जा नामक व्यक्ति के घर पर कुछ लोगों ने हमला किया, लाठी-डंडों से पीटा और घर पर पथराव किया. इस घटना की जानकारी झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक्स पर दी और मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की. बाबूलाल मरांडी ने साहिबगंज जिला उपायुक्त से अपील की है कि वे इस मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएं और पीड़ित इमाम मिर्जा को सुरक्षा मुहैया कराएं.

https://x.com/yourBabulal/status/1860931114552246479

पीड़ित इमाम मिर्जा ने इस संबंध में पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने बताया कि भाजपा को वोट देने के कारण महबूब शेख, मजहरूल शेख, मुन्ना, मुस्तफा, आशिक शेख जैसे लोगों ने उन्हें टॉर्चर किया और गांव से निकालने की धमकी दी. बाबूलाल मरांडी ने इस मामले की जानकारी देने के साथ कुछ तस्वीरें भी साझा की हैं, जिनमें दो लोग जख्मी दिखाई दे रहे हैं.

इस घटना के बारे में बाबूलाल मरांडी ने एक्स पर एक पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने कहा, “झारखंड में लवजिहाद और लैंडजिहाद के बाद अब पत्थरबाजों का आतंक बढ़ गया है. वोट देने के आधार पर लोगों को पीटा जा रहा है, घरों को तोड़ा जा रहा है. ग्राम मोहम्मदपुर में इमाम मिर्जा को सिर्फ इसलिए पीटा गया क्योंकि उसने भाजपा को वोट दिया.” उन्होंने आगे कहा कि जैसे ही चुनाव परिणाम आए, जेएमएम पार्टी के समर्थक गुंडे भाजपा समर्थकों को निशाना बना रहे हैं और उन्हें धमकी दे रहे हैं. बाबूलाल ने यह भी आरोप लगाया कि ये लोग यह दावा कर रहे हैं कि उनके पास मुख्यमंत्री से लेकर थाना प्रभारी तक का समर्थन है, इसलिए उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता.

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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