संवाददाता ꫰ रामप्रवेश गुप्ता
महुआडांड़ (लातेहार): इस कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागतम गीत के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य वक्ता लातेहार जिला के सदर अस्पताल के डॉ अमूल्या गुलाब लकड़ा, डॉ प्रियंका सिंह, डॉ श्रवण कुमार महतो और नगेन्द्र कुमार ने मानसिक तनाव से होने वाले नुक़सान के बारे में अपना जानकारी साझा किये।। डॉ श्रवण ने कहा- तनाव किसी भी नशे का कारण है, और नशा ही तनाव का कारण है। डॉ श्रवण ने यह भी कहा की तनाव मुक्त जीवन ही हरेक विधार्थी को मंजिल तक पहुंचाएगा। उन्होंने बताया कि आत्महत्या का मुख्य कारण तनाव है और तनाव का मुख्य कारण है- ड्रग्स आदी, परीक्षा में कम अंक आना , प्रेम में असफल होना, इत्यादि।
मासिक धर्म या पीरियड के बारे में डॉ अमूल्या ने अपना जानकारी विद्यार्थियों के बीच साझा किये। इन्होंने बताया कि मासिक धर्म एक प्राकृतिक विधि है। ये लड़कियां में 13 वर्ष से शुरू हो जाता है और इस विधि में रक्त का बहाव होता है। अगर इसमें स्वच्छता नहीं बरती जाए, तो बाद में कइ तरह कि बिमारी हो सकती है। उन्होंने बताया कि मासिक धर्म शुरू होने के दोरान परेशान नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि मासिक धर्म में पेट में काफी दर्द होता है। किसी को कम दर्द होता है तो किसी को बहुत अधिक दर्द होता है। इस दर्द के दौरान आप डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवाईयां लेना चाहिए। नगेन्द्र कुमार ने बताया कि तम्बाकू को कम कैसे प्रयोग किया जाए इसके बारे में जानकारी दिए।
डॉ प्रियंका सिंह यूटेरस , ब्रेस्ट कैंसर,आरल कैंसर के जांच अब करवाना चाहिए इसके बारे में विधार्थी के बीच जानकारी साझा किए। डॉ श्रवण ने बच्चों को तम्बाकू के आदी से होने वाले आत्महत्या से कैसे बचा जाए उसके बारे में अपना जानकारी साझा किए।इस जागरूकता अभियान के अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य फादर डा एम के जोंस ने स्वागत अभिभाषण के दौरान कहा कि मानसिक तनाव से कैसे दूर रहा जाए। धन्यवाद ज्ञापन फादर डाॅ राजीव के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम का मंच संचालन प्रोफेसर सुरभी सिंहा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सिस्टर कैशलीट जूलियट, ज़फ़र इक़बाल, अन्य प्रोफेसर उपस्थित थे।












