राजस्थान में ईडी की फिर एक बार बड़ी रेड, जल जीवन मिशन घोटाले मनी लांड्रिंग मामले में 25 ठिकानों पर रेड

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राजस्थान: राजस्थान में फिर से एक बार इडी की बड़ी कार्रवाई की खबर आ रही है।केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन के तहत 2000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में मनी लांड्रिंग के मामले में 25 ठिकानों पर ईडी की रेड चल रही है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राजस्थान में हो रही ये छापेमारी एक आईएएस अधिकारी के ठिकानों समेत कुल मिलाकर 25 लोकेशन पर चल रही है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की टीमों के ईडी अधिकारियों ने CRP फोर्स के साथ छापामारी जारी है। जल जीवन मिशन मामले में प्रवर्तन निदेशालय पूरे राजस्थान में 25 स्थानों पर तलाशी ले रही है।

बता दें कि राजस्थान में पिछले कुछ हफ्तों में कई जगहों पर छापेमारी की गई है. राजधानी जयपुर से लेकर कई प्रमुख शहरों में ईडी की कार्रवाई हुई है।

राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की टीमों के ईडी अधिकारियों ने CRP फोर्स के साथ छापामार कार्रवाई कर रही है। जल जीवन मिशन मामले में प्रवर्तन निदेशालय पूरे राजस्थान में 25 स्थानों पर तलाशी ले रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ACS और सीनियर ब्यूरोक्रेट IAS सुबोध अग्रवाल पर ED की रेड जारी है। उनके आवास, दफ्तर सहित 20 ठिकानों पर ईडी की टीमें पहुंची हैं। वहीं, केडी गुप्ता, चीफ इंजीनियर, दिनेश गोयल, इंजीनियर और रामकरण शर्मा, प्रॉपर्टी डीलर के जयपुर स्थित ठिकानों पर भी छापामार कार्रवाई जारी है।सुबोध अग्रवाल एडिशनल चीफ सेक्रेटरी हैं। वहीं, पीएचईडी मंत्री महेश जोशी तक भी ईडी की आंच आ सकती है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजस्थान की एंटी करप्शन ब्यूरी (एसीबी) की तरफ से पदमचंद जैन सहित निजी ठेकेदारों और अन्य के खिलाफ अवैध सुरक्षा हासिल करने, टेंडर हासिल करने, बिलों को मंजूरी देने और कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े अनियमितताओं को छिपाने के लिए अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई। इन सभी ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और इंजीनियरिंग विभाग (पीएचईडी) के अधिकारियों को रिश्वत दी। इसके बाद जल जीवन मिशन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने जांच की शुरुआत की।

गौरतलब हो कि बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जून में आरोप लगाया था कि राजस्थान में जल जीवन मिशन को लागू करने के नाम पर 20 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है।उन्होंने आरोप लगाया कि मिशन के 48 प्रोजेक्ट्स में फर्जी एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट्स के आधार पर दो कंपनियों को 900 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए गए।

केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन के तहत 2000 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है। ये सब पीएचईडी मंत्री और विभाग के सचिव के जरिए मिलकर किया गया है।बता दें कि केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन का मकसद घरेलू नल कनेक्शन के जरिए सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है। इसे राजस्थान में लागू करने का जिम्मा पीएचईडी के पास है।

बता दें कि इसके पूर्व सितंबर के महीने में ईडी ने जयपुर में जल जीवन मिशन से जुड़े संदिग्धों के कई बैंक लॉकरों की तलाशी ली। इस दौरान 5.86 करोड़ रुपये का सोना और चांदी जब्त किया गया।ईडी को कुल मिलाकर 9.6 किलो सोना और 6.3 किलो चांदी बरामद हुआ था।

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