बहराइच (उत्तरप्रदेश): बहराइच के महसी तहसील के महराजगंज बाजार में रविवार को देवी दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन जुलूस के दौरान गोलीबारी और पथराव हो गया जिसमें एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि कम से कम सात अन्य लोगों के घायल होने की सूचना है। वहीं बताया जाता है कि पत्थर चलने से मां दुर्गा की प्रतिमा भी खंडित हो गई। जिससे दूसरे समुदाय ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
रविवार को अचानक मां दुर्गा की विसर्जन यात्रा पर गैर समुदाय के युवकों ने पथराव कर दिया। जब तक लोग कुछ समझ पाते, फायरिंग शुरू हो गई। गोली लगने से एक युवक राम गोपाल मिश्रा (22) की मौत हो गई। दूसरा युवक गोली लगने से घायल हो गया। मौत की सूचना मिलते ही लोगों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने हंगामा करते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी। रामगोपाल की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज में भी प्रदर्शन व नारेबाजी की गई। वहीं इसके बाद आक्रोशित लोग शव लेकर मेडिकल कॉलेज के बाहर पहुंचे और सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन शुरु कर दिया। यही नहीं मेडिकल कालेज के पास से गुजर रही मूर्तियां भी रोक दी गई हैं और प्रदर्शन जारी है।
बवाल बढ़ते देख कई थानों की पुलिस के साथ पीएसी भी मौके पर भेजी गई। भीड़ को नियंत्रत करने के लिए लाठीचार्ज भी किया गया। सीएम योगी ने कहा कि माहौल बिगाड़ने वाले नहीं बचेंगे। हरदी एसओ और महसी चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है।
पुलिस पर गंभीर आरोप
महराजगंज में हुई घटना के बाद सबसे ज्यादा आरोप पुलिस व प्रशासन पर लगे हैं। घटना के बाद लोगों ने आरोप लगाया कि गाने को लेकर जब गाली गलौज की गई तो पुलिस व प्रशासन के लोाग मूकदर्शक बने रहे। यही नहीं आरोप है कि मौके पर एसओ मौजूद भी नहीं रहे। लोगों ने आरोप लगाया कि जब पत्थरबाजी हुई और लोगों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस ने विसर्जन में शामिल लोगों पर ही लाठी चार्ज कर दिया। जिससे भगदड़ मच गई और दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल को उठा ले गए और उसे गोली मार दी।