पिकअप गाड़ी के दुर्घटना में घायल एकलौता बेटा ओम प्रकाश बियार की मौत, आक्रोशित ग्रामीणों ने 4 घंटा सड़क किया जाम
On: February 22, 2024 6:27 PM
---Advertisement---
अजित कुमार रंजन
विशुनपुरा (गढ़वा) :– थाना क्षेत्र के सारो गांव स्थित बजरंगबली मंदिर के सामने मुड़ा अहरा में गुरुवार की सुबह में डेढ़ दर्जन मजदूरों से भरा पिकअप गाड़ी अनियंत्रित होकर 15 फीट नीचे खाई में गई थी। हादसे में 18 मजदूर घायल हो गए थे। जबकि एक मजदूर का गढ़वा सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक मजदूर की पहचान सारो गांव निवासी स्व विचार वियार के 18 वर्षीय पुत्र ओमप्रकाश वियार के रूप में की गई। मौत के बाद विशुनपुरा में एंबुलेस से मृतक का शव पहुंचते ही सारो गांव में मातम छा गया। वही आक्रोशित ग्रामीणों ने गुरुवार की देर शाम 5:30 बजे से 9 बजे तक मृतक के परिजन के साथ सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीणों ने विशुनपुरा – श्री बंशीधर नगर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया और मृतक के आश्रित के लिए मुआवजे की मांग के समर्थन में सड़क पर धरने पर बैठ कर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान मृतक के आश्रित के लिए मुआवजे की मांग के समर्थन में ठेकेदार के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे।
धरने पर बैठे थे सैकड़ों ग्रामीण, सड़क रहा बाधित
सड़क जाम कर धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सत्येंद्र नारायण सिंह, विशुनपुरा प्रखंड के सीआई जयप्रकाश गुप्ता,थाना प्रभारी राहुल सिंह, ब्लॉक प्रमुख दीपा कुशवाहा, उप प्रमुख प्रतिनिधि अजय पाल, विधायक प्रतिनिधि कृष्णा विश्वकर्मा, पिपरी कला मुखिया प्रतिनिधि अशोक पासवान, बीडीसी भरदुल चंद्रवंशी धरना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों से जाम हटाने का आग्रह किया लेकिन ग्रामीणों के द्वारा उचित मुआवजा को लेकर घटनास्थल पर जाम कर डटे रहे। वहीं ग्रामीणों ने मृतक के परिजन को सरकारी लाभ देने, ठेकेदार से मृतक के आश्रित के लिए 5 लाख रुपए कि मुआवजे की मांग करने लगे। ग्रामीणों का कहना था कि जबतक मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक धरने को समाप्त नहीं करेंगे।
सीआई ने आश्रित को 1 लाख का मुआवजा और सरकारी लाभ देने का दिया आश्वासन
जिसके बाद उक्त मौके पर मौजूद सीआई जयप्रकाश गुप्ता ने मृतक के आश्रित को अंचल कार्यालय से 1 लाख रुपए का दुर्घटना मुआवजा तथा प्रखंड कार्यालय से अंबेडकर आवास दिलाने का आश्वासन दिया। लगभग 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों को समझाने बुझाने के पश्चात प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जाम समाप्त किया।
घर का एकलौता बेटा था ओमप्रकाश
इसके बाद पुलिस में सड़क के दोनों तरफ खड़ी वाहनों को सुचारू रूप से परिचालन शुरू कराई। बता दे की मृतक ओमप्रकाश बियार घर का एकलौता बेटा था। बचपन से ही उसके सर से पिता विचार बियार का साया उठ गया था। जिसके बाद वह अपनी मां चंपा कुंवर के साथ मजदूरी कर जीवन यापन करता था। पुत्र के मौत हो जाने से मां चंपा कुंवर का रो रो कर बुरा हाल है। घर में देख रेख करने वाला कोई नहीं बचा है।