सिल्ली:- भावाअशिप – वन उत्पादकता संस्थान, रांची द्वारा सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2023 के अग्रगामी कार्यक्रम के रूप में आयोजित अभियान (16 अगस्त 2023 से 15 नवंबर 2023) के दौरान की जाने वाली निवारक सतर्कता गतिविधियों में क्षमता निर्माण के तहत “साइबर स्वच्छता और सुरक्षा” को लेकर रविवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम मे झारखंड के जाने माने साइबर अपराध सुरक्षा विशेषज्ञ मंसूर अहमद द्वारा इंटरनेट के माध्यम से हो रहे अपराधों एवं इन अपराधों से बचाव और सुरक्षा की जानकारी दी गई। आज व्याख्यान विशेष रूप से डिजिटल सुरक्षा और नागरिकों को साइबर खतरों के बारे में अधिक जागरूक बनाने पर केंद्रित थी। मंसूर अहमद ने साइबर अपराध, साइबर धोखाधड़ी, साइबर-स्पूफ़िंग , साइबर-बुलिंग, डिजिटल पहचान की चोरी, डाटा उल्लंघन, रैनसमवेयर और साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी, साथ ही उन्होंने हैकरों के मनोविज्ञान पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने सुझाव दिया की मजबूत पासवर्ड बनाये और उसे नियमित रूप से बदले, निजी जानकारी बिलकुल भी साझा न करें, अज्ञात व्यक्ति का वीडियो कॉल न उठाये और सरकार द्वारा निर्देशित मार्गदर्शन का अनुपालन करें। साइबर सुरक्षा केवल सुचना प्रद्योगिकी विभाग के लिए ही नहीं, अपितु सारे सामान्य नागरिकों के लिए भी अति आवश्यक है।
संस्थान के सतर्कता अधिकारी डा. अनिमेष सिन्हा ने भी विश्व तथा भारत में हो रही भ्रष्टाचार उन्मूलन के प्रयासों की जानकारी और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सभी को महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने का अनुरोध किया साथ ही उन्होंने “लोकहित प्रकटीकरण और मुखबिर संरक्षण संकल्प, 2004 (पिडपी)” की भी विस्तृत जानकारी साझा की | डा. अनिमेष सिन्हा ने संस्थान में इस माह के अंत में 30 अक्टूबर 2023 से 05 नवम्बर 2023 तक होने वाली सतर्कता जागरूकता सप्ताह-2023, जिसका मुख्य विषय “भ्रष्टाचार का विरोध करें : राष्ट्र के प्रति समर्पित रहें“ पर होने वाली कार्यक्रमों की जानकारी भी लोगों को दिया।
कार्यक्रम के अंत में भावाअशिप – वन उत्पादकता संस्थान, रांची के निदेशक ने धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्थान के अनुसंधान समूह समन्वयक डॉ योगेश्वर मिश्रा, डॉ शरद तिवारी, अंजना तिर्की (भावसे), रूबी कुजूर, एवं समस्त अधिकारियों तथा कर्मचारियों उपस्थित थे।