महुआडांड (लातेहार):- प्रखंडअंतर्गत बरदौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिछले चार महीनों से चिकित्सक विहीन है। विभागीय जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक नहीं होने के कारण गम्भीर रूप से बीमार मरीज यहां आने से भी कतराते हैं।बरदौनी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बाद भी आसपास के दर्जनों गांव के लोगों को 15-20 किलोमीटर दूर प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आना पड़ता है। सभी सुविधाओं से युक्त होने के बावजूद मरीजों को अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पाता। अस्पताल की जिम्मेदारी यहां न्युक्त नर्स एवं लैब टेक्निशियन पर छोड़ दिया गया है। जिनके द्वारा मरीजों की चिकित्सा की जिम्मेदारी संभाली जा रही है।
सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर पीएचसी का निर्माण कराया गया। लेकिन इसके संचालन को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अस्पताल में बिजली व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां ना तो बच्चों व गर्भवती महिलाओं को दिए जाने वाले टीके और न ही मरीजों को आपातकाल में दवा एवं इन्जेकशन की सुविधा उपलब्ध हो पाती है। चुकीं इन्हें फ्रिज में रखना होता है। हालांकि अस्पताल में फ्रिज समेत अन्य उपकरण भी उपलब्ध है, लेकिन बिजली नहीं होने के कारण शाम होते ही अस्पताल में अंधेरा और सन्नाटा पसरा दिखाई देगा। वहीं रात्रि में यहां किसी भी प्रकार कि सुविधा मिलना मुश्किल है। इस संबंध में स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि करोड़ों की लागत से निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन सही ढंग से नहीं हो पा रहा है।