खूंटी: जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने न केवल समाज बल्कि प्रशासन को भी गंभीर रूप से सोचने पर मजबूर कर दिया है। जिले के केओरा पंचायत में रहने वाली मात्र 14 वर्षीय लड़की ने हाल ही में एक बच्ची को जन्म दिया। लड़की अपने से केवल दो साल बड़े 16 वर्षीय लड़के के साथ लिव-इन में रह रही थी।
यह घटना बाल विवाह और नाबालिग गर्भधारण जैसी गंभीर सामाजिक समस्याओं को उजागर करती है। दोनों परिवारों ने लड़के और लड़की के साथ रहने की सहमति दी थी। यहां आदिवासी समाज में ‘धुकु’ नाम की परंपरा है, जिसके तहत बिना विवाह के लड़का-लड़की एक साथ रह सकते हैं और यह समाज की सहमति के अंतर्गत स्वीकार्य माना जाता है।
घटना के विवरण के अनुसार, मंगलवार को लड़की की मां ने उसे मुरहू स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया। जांच के दौरान पता चला कि लड़की गर्भवती है और प्रसव की स्थिति में है। चिकित्सकों ने उसे खूंटी सदर अस्पताल रेफर किया। सदर अस्पताल में डॉक्टरों की देखरेख में, लड़की ने सात महीने की प्रेग्नेंसी में ही एक बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि प्रसव सामान्य रहा और मां तथा बच्ची दोनों स्वस्थ हैं। हालांकि, बच्ची के प्रीमैच्योर जन्म को देखते हुए उन्हें कुछ दिनों तक अस्पताल में निगरानी में रखा जाएगा।
खूंटी जिले के चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर (सीपीओ) अल्ताफ खान ने कहा कि प्रशासन लंबे समय से बाल विवाह और बाल श्रम के खिलाफ एनजीओ और सिविल सोसाइटी संगठनों के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चला रहा है। लेकिन इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब जागरूकता अभियान को और अधिक प्रभावी ढंग से हर गांव तक पहुंचाना बेहद आवश्यक है।
अल्ताफ खान ने बताया कि खूंटी जिले के सभी 86 ग्राम पंचायतों में विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अभियान का उद्देश्य विशेष रूप से ग्रामीण समुदायों और किशोर-किशोरियों को यह समझाना है कि कम उम्र में गर्भधारण न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह उनकी शिक्षा और भविष्य को भी प्रभावित कर सकता है।
इस घटना ने एक बार फिर समाज और प्रशासन के सामने नाबालिग गर्भधारण और बाल विवाह जैसी समस्याओं की गंभीरता को उजागर किया है।
खूंटी: 14 साल की लड़की ने बच्ची को दिया जन्म, प्रेमी संग लिव-इन में रहकर बनी मां

