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रांची: सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में व्यक्तित्व विकास शिविर का आयोजन

On: July 30, 2025 11:00 PM
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रांची: बुधवार (30.07.2025) को सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, धुर्वा, रांची में कक्षा 11वीं के नवीन भैया बहनों के लिए व्यक्तित्व विकास शिविर का आयोजन किया गया।


कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुआ शिशु विकास मंदिर समिति (झारखंड), धुर्वा, रांची के माननीय संरक्षक श्री पवन मंत्री ने माननीय मुख्य अतिथि परम पूज्य स्वामी परिपूर्णानंद जी महाराज, आचार्य चिन्मय मिशन, रांची को अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।


मंचासीन मा० मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य अतिथियों को परिचय विद्यालय के प्राचार्य श्री ललन कुमार ने कराया।
शिशु विकास मंदिर समिति (झारखंड) धुर्वा रांची के माननीय मंत्री श्री अखिलेश्वर नाथ मिश्र ने कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए कहा कि विद्यालय के एकादश कक्षा के नए एवं पुरातन भैया -बहनों को विद्यालय की गतिविधियों, अनुशासन एवं संस्कार पक्ष की जानकारी देने का एक महत्वपूर्ण मंच है – व्यक्तित्व विकास शिविर। कक्षा 11वीं भैया बहनों के लिए एक निर्णायक बिंदु है जहां भैया-बहन अपनी रुचि के अनुसार अपना लक्ष्य निर्धारित कर भविष्य के लिए कार्य करने को प्रेरित होते हैं ।सफलता के लिए माता-पिता एवं गुरु का मार्गदर्शन आवश्यक है। इस अवसर पर बहन कनक, कक्षा दशम ने एकल गीत प्रस्तुत किया।


इस अवसर पर मा० मुख्य अतिथि परम पूज्य स्वामी परिपूर्णानंद जी महाराज, आचार्य चिन्मय मिशन, रांची ने अपने उद्बोधन में कहा कि व्यवहार में व्यक्तित्व का प्रतिबिंब होता है। पूर्व संस्कारों एवं वर्तमान के संस्कारों के मेल से स्वभाव बनता है। व्यक्तित्व के अलंकार के साधन वाणी एवं अंतःकरण हैं ।विचार और एवं भावनाएं विवेक का निर्धारण करती हैं । भावनाएं जैसी होती हैं वैसे ही काम होते हैं। विद्या ही तप है। विद्यार्थी जीवन तप के लिए है।


अध्यक्षीय आशीर्वचन देते हुए शिशु विकास मंदिर समिति के माननीय अध्यक्ष श्री शक्तिनाथ लाल दास जी ने कहा कि विद्या हमें विनय देती है। बड़ों का मार्गदर्शन एवं ज्ञान को धारण कर व्यक्तित्व का विकास संभव है। जीवन में गुण एवं शक्ति का संयोग आवश्यक है।


इस अवसर पर मेधावी छात्र परीक्षा आयोजित की गई चयनित भैया-बहनों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया।
कैरियर काउंसलर श्री अजय कुमार सिंह, पूर्व विभागाध्यक्ष, मनोविज्ञान विभाग, श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची का स्वागत शिशु विकास मंदिर समिति के माननीय सह मंत्री डॉ० धनेश्वर महतो ने अंगवस्त्र एवं मोमेंटो प्रदान कर किया। उन्होंने भैया-बहनों को कैरियर के विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी भैया-बहनों को दी। उम्र के इस पड़ाव में होने वाले शारीरिक बदलाव एवं मनोभावों के नियंत्रण की जानकारी दी।


कैरियर काउंसलर श्री मनीष कुमार, श्री  कुंदन कुमार सिंह और राकेश कुमार पाठक ने भैया-बहनों को कैरियर संबंधी जानकारी प्रदान की । उन्होंने बताया कि भविष्य की कैरियर एवं शिक्षा की विभिन्न क्षेत्रों में किस प्रकार प्रवेश प्रभाव प्राप्त कर सफलता की ओर अग्रसर हो सकते हैं। श्री नर्मदेश्वर मिश्र, सदस्य  शिशु विकास मंदिर समिति (झारखंड)धुर्वा ने भैया व बहनों को भारतीय ज्ञान परंपरा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में जानकारी दी |
आर्टस एवं कॉमर्स संकाय के भैया-बहनों की कैरियर काउंसलिंग डॉक्टर आर० एस० डे, अंग्रेजी विभाग, योगदा सत्संग महाविद्यालय ने की।


समापन सत्र में भैया चिरंजीवी झा एवं बहन अनन्या पांडेय तथा बहन श्रेया कुमारी ने कार्यक्रम के अपने अनुभव को भैया-बहनों के साथ साझा किया । इस समापन सत्र में अनेक रंगमंचीय कार्यक्रम ही प्रस्तुत किए गए, जिसमें शास्त्रीय नृत्य ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।


धन्यवाद ज्ञापन उच्चतर माध्यमिक खंड के प्रभारी श्री राकेश पांडेय ने दिया।


इस अवसर पर शिशु विकास मंदिर समिति के मा० सह मंत्री डॉ धनेश्वर महतो, श्री नर्मदेश्वर मिश्र, श्री लाल अशोक नाथ शाहदेव, श्री विनोद सिंह, उप प्राचार्य सुश्री मीना कुमारी मौजूद रहे।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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