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छात्रों के अधिकारों के संरक्षक: पीयूष सिंह पटेल, हर समस्या का त्वरित समाधान!

On: April 2, 2025 9:13 AM
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शुभम जायसवाल

नई दिल्ली/डेस्क :- जब छात्रों की समस्याओं को अनदेखा किया जाता है और उनकी आवाज़ प्रशासन तक नहीं पहुंचती, तब एक नाम उनके अधिकारों की रक्षा के लिए सबसे आगे खड़ा होता है—पीयूष सिंह पटेल। एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल कमेटी के छात्र सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उन्होंने शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता लाने और छात्रों की समस्याओं का त्वरित समाधान कराने के लिए खुद को समर्पित कर दिया है।

छात्रों के लिए ढाल, हर परेशानी का हल!

पीयूष सिंह पटेल ने छात्रों की शिकायतों के निवारण के लिए एक मजबूत तंत्र विकसित किया है। कॉलेज प्रशासन की लापरवाही, परीक्षा में गड़बड़ियां, छात्रवृत्ति में देरी, या किसी भी प्रकार का अन्याय—वे बिना समय गंवाए तुरंत हस्तक्षेप करते हैं और समाधान सुनिश्चित करवाते हैं। उनकी इस सक्रियता के कारण हजारों छात्रों को राहत मिली है।

प्रशासन पर सीधा दबाव, लापरवाही नहीं चलेगी!

उनकी कार्यशैली का सबसे बड़ा पहलू यह है कि वे प्रशासन से सीधे बात करते हैं और किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करते। छात्रों की कोई भी समस्या सामने आते ही वे तुरंत संबंधित विभाग से जवाबदेही तय करवाते हैं और जब तक समाधान नहीं होता, तब तक चैन से नहीं बैठते।

भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ अडिग योद्धा!

पीयूष सिंह पटेल न केवल शिकायतों का समाधान करवाते हैं, बल्कि शिक्षा जगत में फैले भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ भी मजबूती से लड़ रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि हर छात्र को न्याय मिले और कोई भी शिक्षा से वंचित न रहे। वे परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता, कॉलेज प्रशासन की जवाबदेही और छात्रवृत्ति योजनाओं के सही क्रियान्वयन के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं।

छात्रों के अधिकारों की रक्षा का संकल्प!

उनका मानना है कि छात्र ही देश का भविष्य हैं और उनकी शिक्षा तथा अधिकारों की रक्षा करना सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। वे चाहते हैं कि हर छात्र को उसकी मेहनत का पूरा हक मिले और उसे किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

“समस्या कोई भी हो, समाधान जरूर मिलेगा!”

पीयूष सिंह पटेल का स्पष्ट संदेश है— छात्रों की कोई भी समस्या छोटी नहीं होती। अगर कोई छात्र परेशानी में है, तो हम उसे न्याय दिलाएंगे। किसी भी छात्र की आवाज दबने नहीं देंगे, बल्कि उसे और बुलंद करेंगे!

उनकी कार्यशैली और संघर्ष ने उन्हें छात्रों के सच्चे नेता और मार्गदर्शक के रूप में स्थापित कर दिया है। वे सिर्फ एक प्रतिनिधि नहीं, बल्कि छात्र अधिकारों के सशक्त प्रहरी बन चुके हैं, जो शिक्षा व्यवस्था को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत हैं।

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

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