चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में रविवार सुबह सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ गोइलकेरा थाना क्षेत्र के रेलापराल जंगल में हुई, जिसमें भाकपा माओवादी का कुख्यात जोनल कमांडर अमित हांसदा उर्फ अपटन मारा गया। उस पर झारखंड सरकार ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
कैसे हुई मुठभेड़?
चाईबासा एसपी राकेश रंजन को खुफिया इनपुट मिला था कि रेलापराल के घने जंगल और पहाड़ी इलाके में माओवादी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं। जानकारी के आधार पर सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
रविवार सुबह जैसे ही सुरक्षाबल जंगल में दाखिल हुए, नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। दोनों ओर से करीब आधे घंटे तक गोलीबारी चली। बढ़ते दबाव को देखते हुए कई नक्सली भाग निकले, लेकिन मुठभेड़ के दौरान एक नक्सली मौके पर ही मारा गया।
जोनल कमांडर की पहचान
सर्च अभियान खत्म होने के बाद इलाके की तलाशी के दौरान सुरक्षाबलों को एक नक्सली का शव मिला। बाद में उसकी पहचान जोनल कमांडर अमित हांसदा के रूप में हुई। पुलिस ने उसके पास से हथियार और कारतूस भी बरामद किए हैं।
पुलिस की बड़ी उपलब्धि
एसपी राकेश रंजन ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए कहा, “जोनल कमांडर अमित हांसदा का मारा जाना पुलिस और सुरक्षाबलों के लिए बड़ी उपलब्धि है। इस कार्रवाई से कोल्हान क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविधियों को करारा झटका लगा है। आने वाले दिनों में ऐसे अभियान और तेज किए जाएंगे।”
इलाके में नक्सलियों को बड़ा झटका
अमित हांसदा लंबे समय से इस इलाके में सक्रिय था और कई नक्सली वारदातों का मास्टरमाइंड माना जाता था। उसके मारे जाने से न सिर्फ संगठन की कमर टूटी है, बल्कि सुरक्षाबलों का दबदबा भी और मजबूत हुआ है। फिलहाल पूरे इलाके में सुरक्षाबलों का सर्च अभियान जारी है ताकि बचे हुए नक्सलियों को भी पकड़कर कानून के हवाले किया जा सके।
चाईबासा में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, 10 लाख का इनामी जोनल कमांडर अमित हांसदा ढेर













