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जमीन घोटाला मामले में प्रेम प्रकाश को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत,जाने पूरा मामला

On: August 28, 2024 11:17 AM
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झारखंड वार्ता न्यूज

रांची/डेस्क :- झारखंड की राजधानी रांची में कथित जमीन घोटाला मामले में प्रेम प्रकाश को भी जमानत मिल गई है. पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश को सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार (28 अगस्त) को जमानत दी. हालांकि, अवैध खनन मामले में उसे अभी तक जमानत नहीं मिली है. इसलिए प्रेम प्रकाश जेल से बाहर नहीं आ पाएगा.

सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षित रख लिया था फैसला

सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को प्रेम प्रकाश की जमानत याचिका पर पिछले महीने सुनवाई हुई थी. 29 जुलाई को सुनवाई के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस प्रशांत मिश्रा और जस्टिस केवल विश्वनाथ की पीठ ने 28 अगस्त को अपना फैसला सुना दिया.

करीब एक साल बाद प्रेम प्रकाश को मिली जमानत

प्रेम प्रकाश पर दस्तावेजों से छेड़छाड़ करके जमीन की खरीद-बिक्री करने का आरोप था. उसे अगस्त, 2023 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था. प्रेम प्रकाश को अवैध खनन से जुड़े मनी लाउंडरिंग मामले में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था. बाद में जमीन घोटाला मामले में भी उसकी संलिप्तता के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

कोलकाता के रजिस्ट्री ऑफिस में पड़े दस्तावेज की जालसाजी

ईडी को राजधानी रांची के चेशायर होम रोड स्थित जमीन की खरीद-बिक्री मामले में उसकी संलिप्तता का पता चला था. जांच में मालूम हुआ कि कोलकाता के रजिस्ट्री ऑफिस के दस्तावेज से छेड़छाड़ की गई. पहले गंगाधर राय को जमीन का मालिक बनाया गया. इसके बाद गंगाधर के उत्तराधिकारी राजेश राय से जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी ली गई और फिर उस जमीन को बेच दिया गया.

प्रेम प्रकाश को जमीन की खरीद-बिक्री में 1.5 करोड़ की कमाई

ईडी ने कहा था कि पुनीत भार्गव ने इस जमीन को खरीदने के बाद विष्णु अग्रवाल के हाथों बेच दिया. दस्तावेज में हेराफेरी करके हुई जमीन की खरीद-बिक्री में प्रेम प्रकाश को 1.5 करोड़ रुपए की कमाई हुई.

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

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