भास्कर उपाध्याय/झारखंड वार्ता
हजारीबाग:- इचाक प्रखंड के प्रखंड मुख्यालय के समीप बीडीओ और सीओ के खिलाफ 19 पंचायत के लोगो के द्वारा हल्ला-बोल आंदोलन युवा नेता गौतम कुमार के नेतृत्व में किया गया। जिसमें कार्यक्रम का संचालन गजेंद्र प्रजापति किया। हल्लाबोल कार्यक्रम में पूरे पंचायत के सैकड़ो महिला-पुरुष ने अपनी हक व अधिकार के लिए पदाधिकारियों के खिलाफ आवाज़ बुलंद किया। बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता गौतम कुमार ने कहा कि मुख्यालय में अफसर की मनमानी जो चला सो चला अब ये मनमानी नही चलने देंगे। इचाक में स्थित मंदिर, तालाब, अखाड़ा से संबंधित हज़ारों एकड़ जमीन है इस पर भूमाफियाओं की पैनी नजर है। पदाधिकारी व भूमाफ़ियाओं के मिलीभगत से जमीन का बंदरबांट किया जा रहा। उन्होंने कहा की इचाक अंचलाधिकारी पांच वर्षों से जमें हुए है, सरकार इनके कार्यकाल की जांच करे। क्योंकि कई सरकारी जमीन को रैयती में बदलकर दलालों के हवाले किया गया है। कई वर्ष बीत गए लेकिन अंचलाधिकारी जानबूझकर अभी तक मुख्यालय में वापस नही लाये। ऐसे पदाधिकारी पर सरकार द्वारा केस दर्ज कर इनकी संपति की जांच होना चाहिए। अंचलाधिकारी मनोज महथा के मिलीभगत से भगवती मठ के दो एकड़ जमीन का फर्जीवाड़ा किया गया तथा लाखो रुपया लेकर मंदिर की जमीन का लीपापोती किया है। उन्होंने जिला उपायुक्त इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेकर में लेकर जनता के हित में सुपुर्द करे। वहीं मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष सिकेन्द्र मेहता ने कहा कि बीडीओ, बीपीओ पूरा ब्लॉक को खा कर रख दिया। बिना घुस के एक भी काम नही हो पा रहा। हम इन पदाधिकारियों से तंग आ चुके हैं। पदाधिकारियों का ऐसा रवैया नही चलने देंगे। भाजपा नेता ओमप्रकाश मेहता ने मंच के माध्यम से मुख्यालय में शौचालय की मांग की। जबकि सामाजिक कार्यकर्ता नीलू देवी ने कहा की पदाधिकारी महिलाओं को इज्जत नही दे रहे उनको मुसीबत में फोन करने पर भी फोन नही उठाते। आंदोलन समाप्ति के बाद बीडीओ संतोष कुमार को ज्ञापन के माध्यम से आठ सूत्री मांग पत्र सौंपा गया।
